बैतूल , अक्टूबर 22 -- मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में मंगलवार दोपहर हुई बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा के बाद अचानक मौसम ने करवट ली और कई इलाकों में झमाझम बारिश हुई। यह बारिश उस समय हुई जब किसान अपनी फसल की कटाई कर चुके थे या खलिहानों में अनाज सुखा रहे थे।
बारिश से सोयाबीन, धान, मक्का, मूंग, उड़द और बरबटी जैसी फसलें सबसे ज्यादा प्रभावित हुई हैं। खेतों में कटी फसलें पानी में डूब जाने से अनाज सड़ने और अंकुर फूटने का खतरा बढ़ गया है। वहीं खलिहानों में रखा अनाज भी भीग गया है।
कई किसानों ने बताया कि वे फसल को मंडी ले जाने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन अचानक हुई बारिश ने मेहनत पर पानी फेर दिया। जिन किसानों ने अभी कटाई नहीं की थी, उनकी फसलें झुक गईं और खेतों में पानी भर गया। किसान अब अनाज को सुखाने और बचाने की कोशिश में जुटे हैं।
मौसम विभाग ने आगामी एक-दो दिनों तक हल्की बारिश की संभावना जताई है। किसानों का कहना है कि यदि मौसम जल्द साफ नहीं हुआ तो उनकी मेहनत पूरी तरह बर्बाद हो जाएगी। मक्का और सोयाबीन की कटाई का समय चल रहा है, लेकिन दीपावली के बाद मजदूरों की कमी से दिक्कतें और बढ़ गई हैं। लगातार बदलते मौसम ने दिवाली के बाद किसानों की चिंता और बढ़ा दी है।
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