श्रीनगर , नवंबर 10 -- जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में आतंकवादियों की मदद करने वाले नेटवर्क को ध्वस्त करने और सार्वजनिक सुरक्षा को मजबूत करने के लिए निरंतर एवं समन्वित अभियान जारी हैं।
पुलिस ने सोमवार को बताया कि यह अभियान एक दीर्घकालिक प्रयास का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य राष्ट्र विरोधी तत्वों को समर्थन देने वाली व्यवस्था को उखाड़ फेंकना तथा जिले में शांति बनाये रखना है।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि इन अभियानों के दौरान पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) और पाकिस्तान में रहने वाले कश्मीरी निवासियों से जुड़ी 16 संपत्तियों की तलाशी ली गयी, जिसके परिणामस्वरूप पूर्व कानूनी प्रावधानों के तहत 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि ओवर ग्राउंड वर्क्स (ओजीडब्ल्यू) से जुड़े 23 स्थानों पर छापे मारे गये, जिनमें से 16 पर अवैध गतिविधियों में सहायता करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त, गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत गिरफ्तार किये गये पांच अन्य आतंकवादियों के मददगारों को भी जमानत पर रिहा कर दिया गया।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि एसएएएफ सत्यापन सिद्धांतों का सख्ती से क्रियान्वयन सुनिश्चित करने तथा दूरसंचार सेवाओं के दुरुपयोग को रोकने के लिए 11 सिम कार्ड विक्रेताओं का निरीक्षण किया गया। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त, राष्ट्रीय राजमार्ग तथा अन्य महत्वपूर्ण मार्गों पर स्थापित नाकों और जांच चौकियों पर 175 वाहनों की कड़ी जांच की गयी तथा जिले में 32 क्षेत्रों में घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाया गया।
प्रवक्ता ने कहा कि ये अभियान जम्मू-कश्मीर पुलिस की सक्रिय और व्यापक रणनीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करने वाली संरचनाओं को निष्क्रिय करना है।
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