रांची , नवम्बर 09 -- झारखंड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर तंज कसते हुए कहा कि चोर, उचक्के, डकैत किसी को सम्मानित करना जैसे राज्य में पुरस्कार देना आपका विशेषाधिकार है।
श्री मरांडी ने आज कहा कि, मुख्यमंत्री @हेमंतसोरेन जेएमएमजी,राज्य में पुरस्कार देना आपका विशेषाधिकार है - आप जिसे चाहें, जब चाहें, किसी भी पुरस्कार से सम्मानित कर सकते हैं। आप राजा हैं चाहें तो चोर, उच्चके, डकैत किसी को भी सम्मानित कर सकते हैं। वैसे भी, आपके कार्यकाल में तो डीजीपी का पद भी मानो "पुरस्कार" बन गया है - जैसे मन में आया, जिसे मन आया, उसे दे दिया और जब मन बदला, वापस ले लिया। आपके रसूख़ के सामने क़ायदे-क़ानून की क्या औक़ात है?फिर भी, एक तथ्य आपके ध्यान में लाना चाहता हूँ। जानकारी मिल रही है कि आप जैप-2 के आरक्षी रणजीत राणा को भी सम्मानित करने की तैयारी में हैं। सम्मानित होने वालों की सूची में 27 नम्बर पर शामिल यह वही चर्चित व्यक्ति है जो आज तक किसी भी नक्सल अभियान में शामिल नहीं हुआ बल्कि वर्ष 2015 से लगातार अनुराग गुप्ता के कंप्यूटर ऑपरेटर के रूप में कार्यरत रहा है। अनुराग गुप्ता के काले कारनामों का मददगार, राज़दार और हिस्सेदार की लिस्ट में शामिल ये सज्जन वही है जिसका नाम हमने पहले भी आपके संज्ञान में लाया था। पुलिस महकमे से लेकर कोयला चोरी के अलावा हर ग़लत और काले काम करने वाला आदमी इसके चाल-चरित्र और धमक से वाक़िफ़ है। सवाल यह है कि जब इसने कोई सराहनीय कार्य किया ही नहीं, तो इन्हें किस "सराहनीय कार्य "के लिए पुलिस पदक से नवाज़े जाने के लिये चुना जा रहा है?क्या अब किसी वरिष्ठ अधिकारी के काले कारनामों में सहयोग देना और उनके गलत एवं ग़ैर क़ानूनी लूटपाट के कामों में हिस्सेदार बनना भी आपके शासन में "सराहनीय सेवा" की श्रेणी में आ गया है? सोचा कि अगर यह ग़लती भी आपकी ऑंख में धूल झोंककर करवाया जा रहा है तो क्यों न फिर से आपके संज्ञान में ला दूं? आगे आपकी मर्जी।
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