मुंबई , नवंबर 07 -- महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की विधवा शहज़ीन सिद्दीकी ने बॉम्बे उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर मामले की विशेष जांच दल (एसआईटी) से जाँच कराने की माँग की है।

श्रीमती सिद्दीकी ने याचिका में आरोप लगाया है कि पुलिस ने जानबूझकर मामले के असली दोषियों की गिरफ्तारी से परहेज किया। उन्होंने दावा किया है कि हत्या का आदेश गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई ने दिया था, हालांकि उन्हें अपने पति की मौत के पीछे बिल्डर लॉबी और एक राजनीतिक नेता का हाथ होने का गहरा संदेह है।

श्रीमती सिद्दकी ने कहा, "बाबा सिद्दीकी हमेशा झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वालों के हित में सोचते थे और इसलिए इलाके के कई बिल्डर उन्हें एक बाधा मानते थे।" उन्होंने आगे कहा कि हालांकि पुलिस ने इस पहलू की कभी जाँच नहीं की।

याचिका में कहा गया है कि संदिग्ध अपराधियों के वर्तमान सत्तारूढ़ राज्य सरकार से संबंध हैं और इसलिए जाँच एक स्वतंत्र जाँच एजेंसी द्वारा की जानी चाहिए। इस याचिका पर अगले हफ्ते सुनवाई होने की उम्मीद है।

पुलिस ने इस मामले में 26 संदिग्धों को गिरफ्तार कर उन पर महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत मामला दर्ज किया है। सभी संदिग्ध फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।

गौरतलब है कि बाबा सिद्दीकी (66) की 12 अक्टूबर, 2024 की रात को मुंबई के बांद्रा (पूर्व) इलाके में उनके बेटे जीशान के कार्यालय के बाहर तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।

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