अमृतसर 30 सितंबर ( वार्ता) अमेरिका के डेटन में गुरुद्वारा सिख सोसाइटी के गुरु घर में नौजवान सभा ने बाबा शेख फरीद का आगमन दिवस सोमवार को बड़ी श्रद्धा से मनाया। श्री गुरु ग्रंथ साहिब के अखंड पाठ के भोग के बाद, सबसे पहले बच्चों और फिर भाई प्रेम सिंह तथा भाई हेम सिंह के गुरु घर जत्थे ने गुरबाणी का कीर्तन किया। डॉ चरणजीत सिंह गुमटाला ने मंगलवार को यहां जारी एक विज्ञप्ति में बताया कि इस वर्ष बाबा शेख फरीद के प्रकाश दिवस को विश्व में पंजाबी भाषा दिवस के रूप में मनाया गया, क्योंकि बाबा शेख फरीद की बाणी, जो गुरु ग्रंथ साहिब में दर्ज है , सबसे पुरानी है।गुमटाला ने संगत से अपील करते हुए कहा है, " अमेरिका में रहते हुए हमें अपने बच्चों को गुरुमुखी जरूर सिखानी चाहिए। अंग्रेजी इस देश की भाषा है , बच्चों को इसे सीखना होगा , लेकिन हमारे बच्चे पंजाबी श्री गुरु ग्रंथ साहिब में दर्ज बाणी को तभी समझेंगे और जब वे बड़े होंगे, तो हम उन्हें गुरुमुखी सिखायेंगे।"उन्होंने बताया कि गुरुद्वारा साहिब में पंजाबी पढ़ने और लिखने की कक्षायें लगती हैं। बच्चों को वहां भेजें। उन्होंने कहा कि गुरु घर में कीर्तन भी सिखाया जाता है। बच्चों को उसमें भी भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। छुट्टियों के दौरान सिख कैंप लगते हैं , बच्चों को उनमें भी भाग लेने के लिए भेजा जाना चाहिए, ताकि वे सिख धर्म और सिख की तरह जीवन जीने के बारे में जान सकें।सरदार अवतार सिंह स्प्रिंगफील्ड ने युवा एसोसिएशन, संगत, गुरु घर के ग्रंथी सिंहों और बच्चों को अखंड पाठ , कीर्तन , लंगर परोसने आदि में उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया।समिति सदस्य करतार सिंह ने पंजाब के बाढ़ पीड़ितों के लिए यथासम्भव दान देने की भी अपील की।
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