कोलकाता , दिसंबर 05 -- तृणमूल कांग्रेस (तृकां) से निष्कासित विधायक हुमायूं कबीर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में बाबरी मस्जिद के मॉडल की आधारशिला रखे जाने की तैयारियों की निगरानी कर रहे हैं।

श्री कबीर ने कहा, " बाबरी मस्जिद मॉडल की आधारशिला शनिवार को दोपहर 12 बजे से 2 बजे के बीच रखी जायेगी और इस दौरान हजारों लोगों की उपस्थिति में पवित्र कुरान का पाठ किया जाएगा।" उन्होंने यह भी घोषणा कर दी कि वह 17 दिसंबर को राज्य विधानसभा में विधायक पद से इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने दोहराया कि कार्यक्रम में कोई सार्वजनिक संबोधन या भाषण नहीं होगा, और केवल मौलवी ही दो घंटे तक पवित्र कुरान का पाठ करेंगे।

उधर कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश सुजॉय पॉल की अध्यक्षता वाली खंडपीठ के समक्ष दायर एक जनहित याचिका में वरिष्ठ अधिवक्ता सब्यसाची चट्टोपाध्याय ने बाबरी मस्जिद के मॉडल की आधारशिला रखने की योजना पर रोक लगाने की मांग की है। याचिकाकर्ता का तर्क है कि बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी के दिन छह दिसंबर को आधारशिला की तारीख चुनने का फैसला और उनके कथित भड़काऊ बयान राज्य में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ सकते हैं और कानून-व्यवस्था की संभावित स्थिति पैदा कर सकते हैं।

श्री कबीर ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्होंने कलकत्ता उच्च न्यायालय में उनका प्रतिनिधित्व करने के लिए अपने वकीलों को लगाया है और वह अदालत के किसी भी फैसले का सम्मान करेंगे।

राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने गुरुवार को घोषणा की थी कि पार्टी ने भरतपुर के विधायक हुमायूं कबीर को निष्कासित कर दिया है और बेलडांगा में बाबरी मस्जिद के मॉ़डल के निर्माण के प्रस्ताव के कारण उनसे सभी संबंध तोड़ लिए हैं। पार्टी का दावा है कि यह कदम सांप्रदायिक तनाव भड़का सकता है और 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को फायदा पहुंचा सकता है।

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