बांदा , अक्टूबर 2 -- उत्तर प्रदेश के बांदा नगर को जोन में बांट कर परपरंपरागत ढंग से पांच दिनों तक मनाए जाने वाला कौमी एकता का प्रतीक विजयादशमी पर्व गुरुवार देर शाम रावण का विशालकाय पुतला फूंकने के बाद शुरू हो गया।
बरसों पुरानी परंपरा के अनुसार सभी समुदाय के लोग इस दिन एक दूसरे के घर पहुंच कर बधाई देते हैं। विजयादशमी पर्व पर प्रागी तालाब, अलीगंज, छाबी तालाब, क्योटरा और काशीराम क्षेत्रों को पांच जोन में बांट कर अलग - अलग संपन्न किया जाता है। प्रत्येक क्षेत्र में निर्धारित दिन व स्थलों पर मेले का आयोजन कर रामलीला मंचन में रावण वध के बाद वहां स्थापित रावण का विशाल काय पुतला जलाया जाता है और बाद में क्रमशः उन्हें इलाकों में दशहरा का पर संपन्न होता है। वहां दूसरे क्षेत्रों के नागरिक पहुंचकर प्रत्येक घरों में पहुंच कर सभी से गले मिलकर बधाइयां और शुभकामनाएं देते हैं। जहां अतिथियों का स्वागत घर में बनी मिठाईयां और विस्तृत पकवानों से किया जाता है।
परंपरा के अनुसार इस क्रम में आज गुरुवार को दशहरे के प्रथम दिन छाबी तालाब क्षेत्र में एक विशाल मेला आयोजित किया गया जहां आयोजित रामलीला में रावण वध की लीला संपन्न होने के तत्काल बाद रावण का विशाल पुतला फूंका गया। रावण दहन के बाद प्रागी तालाब जोन में स्थित घर-घर दशहरा मिलन कार्यक्रम शुरू हो गया। जहां अन्य सभी इलाकों के लोगों ने घर-घर पहुंच सभी से गले मिल कर शुभकामनाएं और बधाइयां बधाइयां दी। वहां आगंतुकों का स्वागत प्रत्येक घरों में मिठाइयों व घर पर बने बेहद स्वादिष्ट पकवानों के साथ किया गया।
इसी श्रृंखला में इसी तरह शुक्रवार को अलीगंज, शनिवार को छाबी तालाब, रविवार को क्योटरा और सोमवार को काशीराम कॉलोनी हरदौली क्षेत्रों में मेले का आयोजन, रामलीला मंचन में रावण वध के बाद रावण दहन कर विजया दशमी पर्व संपन्न होगा।
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