पटना , नवंबर 09 -- बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण में 11 नवंबर को होने वाले मतदान में बांका जिले की पांच सीटों में दो सीटों पर विभिन्न दलों ने अपने विधायकों को बेटिकट कर दिया है, वहीं दो सीटों पर वर्तमान विधायक फिर से जीत की आस में हैं, जबकि एक सीट पर मंत्री जयंत राज की प्रतिष्ठा दांव पर है।

बांका जिले में पांच विधानसभा सीटें बांका, अमरपुर,बेलहर,कटोरिया (सुरक्षित) और धौरया (सुरक्षित) है। इनमें से चार सीटों बांका, अमरपुर,बेलहर और कटोरिया (सुरक्षित) में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) जबकि एक मात्र सीट धौरया (सुरक्षित) पर महागठबंधन का कब्जा है। बांका और कटोरिया (सुरक्षित) में भारतीय जनता पार्टी, अमरपुर और बेलहर में जनता दल यूनाईटेड (जदयू) और धौरया (सुरक्षित) पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का कब्जा है।कटोरिया (सुरक्षित) सीट से भाजपा ने विधायक निक्की हेम्ब्रम और धौरैया (सुरक्षित) सीट से राजद ने पूर्व सांसद और विधायक भूदेव चौधरी को बेटिकट कर दिया है।

कटोरिया (सुरक्षित) से भाजपा ने विधायक निक्की हेम्ब्रम को बेटिकट कर पूरनलाल टुडू को उम्मीदवार बनाया है। राजद ने यहां पूर्व विधायक स्वीटी सीमा हेम्ब्रम को प्रत्याशी बनाया है। वर्ष 2020 में भाजपा की निक्की हेम्ब्रम ने राजद की स्वीटी सीमा हेम्ब्रम को पराजित किया था। इस सीट पर दस उम्मीदवार चुनावी रण में उतरे हैं।

धौरैया (सुरक्षित) से राजद ने पूर्व सांसद और विधायक भूदेव चौधरी को बेटिकट कर दिया है। राजद ने यहां पूर्व विधायक स्व.नरेश दास के पुत्र त्रिभुवन दास को उम्मीदवार बनाया है। जदयू ने यहां पूर्व विधायक मनीष कुमार को प्रत्याशी बनाया है। वर्ष 2020 में राजद उम्मीदवार भूदेव चौधरी ने जदयू उम्मीदवार मनीष कुमार को चुनावी दंगल में शिकस्त दे दी थी। एक तरफ जहां त्रिभुवन दास अपने पिता स्वर्गीय नरेश दास की राजनीतिक विरासत को भुनाने में जुटे हैं, वहीं मनीष कुमार अपने दो विधायकी के कार्यकाल की उपलब्धियों के दम पर वोट मांग रहे हैं। नरेश दास यहां से पांच बार के विधायक रहे हैं।धौरैया (सुरक्षित) सीट से आठ उम्मीदवार चुनावी रण में डटे हुये हैं।

अमरपुर सीट से जदयू ने पूर्व विधायक स्व. जनार्दन मांझी के पुत्र और मंत्री जयंत राज को चुनावी दंगल में उतारा है, वहीं कांग्रेस ने यहां भागलपुर सेंट्रल काऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह को उम्मीदवार बनाया है। वर्ष 2020 में जदयू के उम्मीदवार जयंत राज ने कांग्रेस उम्मीदवार जितेन्द्र सिंह को पराजित कर दिया था। इस बार भी जदयू और कांग्रेस के इन दोनों उम्मीदवारों के बीच चुनावी मुकाबला देखने को मिलेगा। जदयू ने पिछले तीनों चुनावों (2010, 2015, 2020) में जीत दर्ज कर इस सीट को अपना गढ़ बना लिया है। जदयू यहां जीत का चौका लगाना चाहेगी वहीं कांग्रेस उसके विजयी रथ को रोकने के लिये जोर लगायेगी।इस सीट से स्वर्गीय जर्नादन यादव ने चार बार जीत हासिल की है। अमरपुर सीट पर 11 प्रत्याशी चुनावी रण में उतरे हैं।

बांका सीट से भाजपा ने फिर से पूर्व मंत्री राम नारायण मंडल को मौका दिया है। छह बार विधायक रह चुके श्री मंडल सातवीं जीत तलाश रहे हैं। वहीं भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने पूर्व विधान पार्षद संजय यादव पर दांव लगाया है। वर्ष 2020 में भाजपा के राम नाराायण मंडल ने राजद प्रत्याशी और पूर्व मंत्री जावेद इकबाल अंसारी को मात दे दी थी। बांका सीट पर 14 प्रत्याशी जोर आजमा रहे हैं।

बेलहर सीट से जदयू ने विधायक मनोज यादव को प्रत्याशी बनाया है, वहीं राजद ने सांसद गिरधारी यादव के पु्त्र चाणक्या प्रकाश को चुनावी दंगल में उतार दिया है। जदयू विधायक मनोज यादव, झारखंड में मंत्री संजय यादव के भाई हैं। वर्ष 2020 में जदयू के मनोज यादव ने राजद के रामदेव यादव को पराजित कर दिया था। सांसद गिरधारी यादव ने इस सीट पर दो बार जीत दर्ज की है। बेलहर सीट पर 15 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।

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