बहराइच , दिसंबर 22 -- नेपाल सीमा से सटे पूर्वी उत्तर प्रदेश के बहराइच में भेड़ियों को आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को जिले के फखरपुर ब्लॉक स्थित रसूलपुर बरेटा गांव में भेड़िया एक तीन साल के मासूम बच्चे को जबड़े में दबाकर जंगल की ओर भाग गया। काफी तलाश के बाद बच्चे का क्षत विक्षत शव मिला।

गांव के निवासी राम मनोहर, जो पंजाब में मजदूरी करते हैं, की पत्नी ननकई अपने दो बच्चों के साथ घर पर रहती हैं। सोमवार की सुबह ननकई बरामदे में अपने तीन साल के बेटे अंशु को दूध पिलाने के बाद चारपाई में बच्चे को सुला कर अन्य काम में लग गयी। इस बीवएक भेड़िया ने हमला कर दिया और मासूम को जबड़े में दबाकर भाग निकला। मां ननकई चीख-पुकार करते हुए भेड़िये के पीछे दौड़ी और करीब सौ मीटर तक उसका पीछा किया, लेकिन घने कोहरे के कारण भेड़िया गायब हो गया।

ग्रामीणों ने तुरंत स्थानीय पुलिस और वन विभाग को घटना की जानकारी दी। सूचना मिलने पर रेंजर ओंकार यादव वन कर्मियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। स्थानीय ग्रामीण और वन विभाग की टीम मिलकर मासूम की तलाश की। काफी खोजबीन के बाद बच्चे की शव छह घंटे बाद मिला। इस घटना ने क्षेत्र में दहशत फैला दी है।

पिछले चार महीने से भेड़िए का आतंक जिले में बना हुआ है। अब तक भेड़िए के हमले में 11 बच्चों सहित 13 लोगों की जान जा चुकी है। चार दिन पहले भी, भेड़िया गुल्लईन पुरवा में दो साल की बच्ची को उठाने की कोशिश की थी। हालांकि, बच्ची के पिता ने उसे दौड़ाया, जिसके बाद भेड़िया करीब 100 मीटर दूर बच्ची को छोड़कर भाग गया। इस मामले को ध्यान में रखते हुए वन विभाग ने अब तक छह भेड़ियों को मारने की कार्यवाही की है, लेकिन घटना अभी भी जारी है, जिससे स्थानीय निवासियों में भय का माहौल व्याप्त है।

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