बहराइच , अक्टूबर 26 -- त्तर प्रदेश के बहराइच जिले में रविवार दोपहर एक बाघ के हमले में 21 वर्षीय युवक की मौत हो गई। युवक खेत में घास काट रहा था, तभी सरयू नहर के किनारे से निकला बाघ उस पर झपटा और सिर जबड़े में दबाकर खेत में खींच ले गया। ग्रामीणों के शोर मचाने पर बाघ मौके से भाग गया, लेकिन तब तक युवक की मौत हो चुकी थी।

यह घटना कतर्निया घाट वन्यजीव प्रभाग के सुजौली रेंज के अंतर्गत रमपुरवा मजरा मुखिया गांव की है। मृतक की पहचान गांव निवासी संजीत कुमार (21 वर्ष) रूप में हुई है। परिवार मूल रूप से झारखंड का रहने वाला है और करीब 1980 में बहराइच में आकर बसा था। संजीत ने इसी वर्ष इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की थी और अपने पिता के साथ खेती-किसानी का कार्य करता था।

परिजनों के अनुसार, संजीत रविवार दोपहर घर से यह कहकर निकला था कि खेत में घास साफ करने जा रहा हूं। वह घर से लगभग एक किलोमीटर दूर हल्दी के खेत में पहुंचा, तभी बाघ ने सरयू नहर किनारे से निकलकर अचानक उस पर हमला कर दिया। प्रत्यक्षदर्शी अमित साहनी ने बताया कि उसने चीख सुनकर पीछे देखा तो बाघ संजीत का सिर जबड़े में दबाकर खेत की ओर खींच रहा था। शोर मचाने पर आसपास के लोग पहुंचे और बाघ को भगाने में सफल रहे।

गंभीर रूप से घायल संजीत को ग्रामीणों ने बाइक से मिहीपुरवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। शव के सिर, चेहरे और सीने पर पंजों और दांतों के गहरे निशान पाए गए।

संजीत की मौत के बाद गांव में मातम फैल गया। उसकी मां फूलमती देवी बेटे का शव देखते ही बेसुध हो गईं। उन्होंने रोते हुए कहा, "बेटा बोला था खेत में घास काटकर आता हूं, मुझे नहीं पता था कि वो फिर लौटकर नहीं आएगा।"स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि सुजौली रेंज और आसपास के इलाकों में बाघों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले कुछ वर्षों में कई लोगों की जान जा चुकी है, लेकिन वन विभाग और प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

वन विभाग की टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण कर आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी है।

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