जगदलपुर , दिसम्बर 01 -- प्राकृतिक सौंदर्य, घने जंगल और समृद्ध वन संपदा से सम्पन्न छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के चरण-4 (फेज-4) के तहत 240 करोड़ 68 लाख रुपये की लागत से 87 नई ग्रामीण सड़कों के निर्माण होगा।
इसके लिए केंद्र सरकार से मंजूरी प्राप्त हो गयी है। जिला जनसम्पर्क अधिकारी (पीआरओ) से सोमवार को मिली जानकारी के मुताबिक,स्वीकृत सड़कों की कुल लंबाई लगभग 237 किलोमीटर है, जो जिले के दूरस्थ इलाकों को बारहमासी आवागमन से जोड़कर एक नयी जीवन रेखा प्रदान करेगी। यह परियोजना केवल सड़क निर्माण तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य दुर्गम गांवों तक विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार और प्रशासनिक सेवाओं को सुगमता से पहुंचाना भी है। सड़क बनने के बाद ग्रामीणों के लिए अस्पताल, स्कूल, हाट-बाजार, बैंक, सरकारी कार्यालय और आपातकालीन सेवाओं तक पहुंच पहले की तुलना में अधिक आसान और तेज हो जाएगी।
परियोजना में शामिल प्रमुख सड़कों में जगदलपुर विकासखंड की तिरिया से पुलचा तक 14.40 किलोमीटर की डामरीकृत सड़क तथा लोहंडीगुड़ा विकासखंड की बारसूर पल्ली रोड से कचेनार तक 7.50 किलोमीटर लंबा कनेक्टिंग मार्ग शामिल है। इसी तरह, नक्सल प्रभावित और अति संवेदनशील माने जाने वाले दरभा विकासखंड में दरभा कोलेंग रोड से खासपारा ककालगुर, लेण्ड्रा अटल चौक से भाटागुड़ा, पुराने पंचायत भवन से पड़िया आठगांव, कुरेंगापारा रोड से जालाघाटपारा व्हाया चालकीपारा जैसे मार्गों का निर्माण भी इस योजना का हिस्सा है। ये वे क्षेत्र हैं जहां सड़क सुविधा वर्षों से न के बराबर थी और जहां बेहतर कनेक्टिविटी जीवन की मूलभूत जरूरत बन चुकी थी।
सड़क मंजूरी के आंकड़ों पर नजर डालें तो बकावंड और लोहंडीगुड़ा विकासखंड में 50 किलोमीटर से अधिक लंबी सड़कें स्वीकृत हुई हैं, जिससे स्पष्ट होता है कि शासन की प्राथमिकता उन इलाकों में अधिक है जहां कनेक्टिविटी सबसे कमजोर और चुनौतीपूर्ण थी। इन 87 नई सड़कों का विशाल नेटवर्क सुनिश्चित करेगा कि शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र ग्रामीण तक बिना किसी रुकावट पहुंचे।
जिला प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने इस स्वीकृति को बस्तर के सामाजिक और आर्थिक उत्थान की दिशा में एक ऐतिहासिक और निर्णायक कदम बताया है। ग्रामीणों ने भी इस घोषणा का स्वागत करते हुए इसे अपने रोजमर्रा की कठिनाइयों का स्थायी समाधान बताया है। आने वाले समय में यह सड़क नेटवर्क न केवल दूरियां मिटाएगा बल्कि बस्तर के विकास को एक नई गति और दिशा भी प्रदान करेगा।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित