जगदलपुर, सितंबर 30 -- छत्तीसगढ़ के बस्तर के पारंपरिक कारीगरों को वैश्विक बाजार से जोड़ने के उद्देश्य से यहां छह दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। भारत सरकार के हस्तशिल्प एवं वस्त्र मंत्रालय और बस्तर शिल्प हैंडीक्राफ्ट्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में कारीगरों को डिजिटल मार्केटिंग और आधुनिक व्यावसायिक तकनीकों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
डिजिटल मार्केटिंग विशेषज्ञ राहुल कुमार पाण्डेय ने बताया,"बस्तर की कला और शिल्प केवल परंपरा ही नहीं, बल्कि भारत की पहचान है। यदि हमारे कारीगर डिजिटल साधनों का सही उपयोग करें, तो उनका हुनर दुनिया के हर कोने तक पहुँच सकता है।" उन्होंने प्रतिभागियों को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, सोशल मीडिया मार्केटिंग और ऑनलाइन ब्रांडिंग के गुर सिखाए।
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