जगदलपुर , अक्टूबर 26 -- छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में स्थित कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान ने एक और प्राकृतिक चमत्कार को उजागर किया है। यहाँ विश्वविख्यात कुटुमसर गुफा के निकट खोजी गई 'ग्रीन गुफा' अपने अद्वितीय हरे-सुनहरे लाइकेन आवरण और भव्य स्टैलेक्टाइट्स के कारण दुनिया भर के पर्यटकों और शोधकर्ताओं का ध्यान खींचने को तैयार है। प्रशासन का लक्ष्य इसे नए साल यानी एक जनवरी 2026 से आम जनता के लिए खोलने का है।
कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के निदेशक नवीन कुमार के अनुसार ग्रीन गुफा की संरचना कुटुमसर से मिलती-जुलती है, पर इसकी विशेषता यहाँ के लाइकेन से ढके स्टैलेक्टाइट्स और 60 से 80 फीट ऊँची छत हैं, जो प्रकाश पड़ने पर एक अलौकिक हरित आभा फैलाते हैं। उन्होंने बताया कि गुफा तक पहुँच मार्ग और सुरक्षा के लिए तकनीकी मंजूरी का इंतजार है और जल्द ही इसे पर्यटन मानचित्र पर शामिल कर लिया जाएगा।
बस्तर अपनी प्राकृतिक विरासत के लिए पहले से प्रसिद्ध रहा है। ग्रीन गुफा की यह खोज न केवल स्थानीय पर्यटन को गति देगी, बल्कि प्रकृति प्रेमियों और शोधार्थियों के लिए भी एक नया अध्याय लिखेगी। यह गुफा छत्तीसगढ़ की भूगर्भीय समृद्धि का एक और जीवंत प्रमाण बन गई है।
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