दंतेवाड़ा , नवंबर 23 -- छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में पारंपरिक खेलों के संरक्षण और युवाओं को प्रतिस्पर्धात्मक मंच प्रदान करने के उद्देश्य से आयोजित दो दिवसीय बस्तर ओलंपिक 2025 का आज उत्साहपूर्ण समापन हुआ।
गीदम, कटेकल्याण, कुआँकोंडा और दंतेवाड़ा ब्लॉकों से आए सैकड़ों खिलाड़ियों ने कुल 11 प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर गीदम विकासखंड ने ओवरऑल चैंपियन ट्रॉफी अपने नाम कर ली।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि विधायक चैतराम अटामी ने खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि बस्तर ओलंपिक मात्र खेल आयोजन नहीं, बल्कि बस्तर की सांस्कृतिक पहचान और सामुदायिक भावना का जीवंत प्रतीक है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप पारंपरिक खेलों को नए सिरे से प्रोत्साहन मिल रहा है और ग्रामीण अंचल के युवा अब बड़े मंचों की ओर आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि दंतेवाड़ा जिले के खिलाड़ी संभाग स्तरीय प्रतियोगिताओं में भी अपना बेहतरीन प्रदर्शन कर क्षेत्र का नाम रोशन करेंगे।
कलेक्टर कुणाल दुदावत ने आयोजन की सफलता पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि खेलों से नेतृत्व क्षमता, टीम भावना और अनुशासन विकसित होता है, जो युवा पीढ़ी को उत्कृष्ट नागरिक बनने की दिशा में प्रेरित करता है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन खेल सुविधाओं के विस्तार, प्रशिक्षण अवसरों में वृद्धि और प्रतिभावान खिलाड़ियों को उच्च स्तरीय प्रतियोगिताओं तक पहुँचाने के लिए विशेष योजनाओं पर कार्य कर रहा है।
दो दिनों तक चले इस आयोजन में खो-खो, वॉलीबॉल, वेटलिफ्टिंग, तीरंदाजी, एथलेटिक्स, फुटबॉल, कबड्डी, हॉकी, कराटे, बैडमिंटन और रस्साखींच जैसी प्रतियोगिताओं में रोमांचक मुकाबले हुए। कार्यक्रम के अंत में विजेता एवं उपविजेता खिलाड़ियों को ट्रॉफी, मेडल और प्रमाणपत्र प्रदान किए गए। गीदम ब्लॉक को ओवरऑल चैंपियन घोषित करते हुए जनप्रतिनिधियों ने आगामी प्रतियोगिताओं के लिए शुभकामनाएँ दीं। समापन समारोह में जिला पंचायत उपाध्यक्ष अरविंद कुंजाम, जिला पंचायत सीईओ जयंत नाहटा, एसडीएम लोकांश एल्मा सहित कई अधिकारी एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित