बरेली, सितंबर 26 -- पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बरेली में शुक्रवार दोपहर जुमे की नमाज के बाद इत्तेहाद-ए-मिल्लत कौंसिल प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान के नेतृत्व में इस्लामिया ग्राउंड पर "आई लव मोहम्मद" के नारे लगाते हुए प्रदर्शन कर रही भीड़ अचानक बेकाबू हो गयी जिसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा।
पुलिस उपमहानिरीक्षक अजय साहनी ने पत्रकारों से कहा कि जुमे की नमाज के बाद माहौल बिगाड़ने की साजिश की आशंका के मद्देनजर पुलिस बल तैनात किया गया था। नमाज के बाद पुलिस के निर्देश का पालन करते हुये 90 से 95 प्रतिशत भीड़ घर वापसी कर चुकी थी मगर बचे हुये शरारती तत्वों ने सुनियोजित साजिश के तहत नारेबाजी शुर कर दी जबकि प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी गयी थी। इस बीच गोलीबारी में छर्रे लगने से दस पुलिसकर्मी घायल हो गये। हालात को काबू करने के लिये पुलिस को लाठी भांजनी पड़ी।
उन्होने कहा कि अब हालात पूरी तरह नियंत्रण में हैं। वीडियो फुटेज के आधार पर शरारती तत्वों की पहचान की जा रही है और किसी को बख्शा नहीं जायेगा। यह प्रदर्शन बिना किसी अनुमति के किया जा रहा था। उन्होने कहा कि अलग अलग थाना क्षेत्रों में माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गयी है मगर पुलिस की तत्परता से जल्द ही हालात को काबू कर लिया गया।
गौरतलब है कि मौलाना तौकीर रजा खान ने ज्ञापन सौंपने का ऐलान किया था, जिसके बाद बड़ी संख्या में लोग शुक्रवार दोपहर से स्थानीय इस्लामिया कॉलेज ग्राउंड पर इकट्ठा हो गये थे। शुरुआत में प्रदर्शन शांतिपूर्ण दिखा लेकिन अचानक माहौल गरमा गया। लोग नारेबाजी और धक्का-मुक्की करने लगे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार भीड़ अचानक आक्रोशित हो गयी। पुलिस ने जब भीड़ को काबू में करने की कोशिश की तो हालात और बिगड़ गये। इस पर पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। इसके बाद भगदड़ मच गई और लोग इधर-उधर भागने लगे।
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