मनेन्द्रगढ़/चिरमिरी/भरतपुर , नवंबर 12 -- छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़ क्षेत्र को विकास की दिशा में एक और महत्वपूर्ण सौगात मिली है। स्थानीय विधायक एवं स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल की पहल पर खड़गंवा विकासखंड अंतर्गत बरदर जलाशय योजना की नहर के जीर्णोद्धार कार्य को जल संसाधन विभाग द्वारा प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है। इस परियोजना के लिए 3.52 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है, जिससे क्षेत्र के सैकड़ों किसानों को सीधा लाभ मिलेगा।
बरदर जलाशय योजना मनेंद्रगढ़ जिले के ग्रामीण अंचल में सिंचाई का प्रमुख स्रोत है लेकिन लंबे समय से नहरों की जर्जर स्थिति के कारण किसानों को सिंचाई में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। नहरों में रिसाव, अवरोध और रखरखाव की कमी से फसलों की सिंचाई प्रभावित हो रही थी। जीर्णोद्धार कार्य पूरा होने के बाद इस परियोजना की सिंचाई क्षमता बढ़कर 586 हेक्टेयर तक पहुंच जाएगी। इससे क्षेत्र में खरीफ और रबी दोनों मौसमों की फसलों के उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
श्री जायसवाल ने आज कहा कि यह स्वीकृति मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की किसानोन्मुखी सोच का परिणाम है। उन्होंने कहा, "बरदर जलाशय की नहरों के जीर्णोद्धार से खेतों तक पानी की उपलब्धता सुचारू होगी, जिससे किसानों को बेहतर फसलों के उत्पादन में मदद मिलेगी। हमारी सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने और किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।"स्थानीय किसानों ने भी इस स्वीकृति का स्वागत किया है। किसान भूपेंद्र यादव ने बताया, "अब हमें समय पर सिंचाई का पानी मिलेगा, जिससे धान और सब्जियों की पैदावार में सुधार होगा। यह निर्णय हमारे लिए राहत की तरह है।"मनेंद्रगढ़ की जनता ने विधायक एवं कैबिनेट मंत्री जायसवाल के प्रयासों के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह परियोजना क्षेत्र में विकास और कृषि समृद्धि की नई राह खोलेगी। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, स्वीकृति के बाद तकनीकी प्रक्रिया पूरी कर जल्द ही नहर जीर्णोद्धार का कार्य शुरू किया जाएगा। इस कदम से न केवल सिंचाई व्यवस्था सुदृढ़ होगी, बल्कि क्षेत्र के किसानों की आर्थिक स्थिति में भी सकारात्मक बदलाव आने की उम्मीद है।
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