नयी दिल्ली , नवंबर 24 -- दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने सोमवार को कहा कि स्कूलों को ऐसा वातावरण बनाना चाहिए जो बच्चों के दिल-दिमाग को समझे और उनकी भावनाओं का ख्याल रखे।

श्री सूद ने दसवीं कक्षा के एक छात्र के खुदकुशी के बाद सेंट कोलंबा स्कूल के प्रिंसिपल ब्रदर रॉबर्ट फर्नांडीस को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि स्कूलों को प्रोसीजरल कम्प्लायंस से आगे बढ़कर भावनात्मक सुरक्षा , एंपैथेटिक और रिस्पॉन्सिव इकोसिस्टम बनाने की ज़रूरत है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि आज के छात्रों पर बहुत ज़्यादा दवाब होता है और उन्हें ऐसे सपोर्ट सिस्टम की ज़रूरत होती है जो रिएक्टिव होने के बजाय प्रोएक्टिव हों। उन्होंने सभी स्कूलों से मज़बूत इमोशनल और साइकोलॉजिकल सपोर्ट सिस्टम विकसित करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि स्कूलों को छात्रों में तनाव की जल्द पहचान करनी चाहिए।

श्री सूद ने भरोसा दिलाया कि दिल्ली सरकार मेंटल-हेल्थ फ्रेमवर्क, काउंसलिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और टीचर-ट्रेनिंग इनिशिएटिव को मज़बूत करने के लिए पब्लिक और प्राइवेट दोनों स्कूलों के साथ मिलकर काम करेगी।

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