रायपुर , अक्टूबर 08 -- भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश प्रवक्ता अमित चिमनानी ने बुधवार को कहा है कि कांग्रेस के संगठन सृजन के तहत जिलाध्यक्ष नियुक्ति प्रक्रिया के लिए भेजे गए दुर्ग जिले के पर्यवेक्षक अजय कुमार लल्लू की बर्खास्तगी पर कांग्रेस की वर्षों से चली आ रही उस आपसी खींचतान का परिणाम बताया, जो तमाम कोशिशों को बावजूद थमने का नाम ही नहीं ले रही है।
प्रदेश प्रवक्ता चिमनानी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में लगातार पाँच चुनावों में मुँह की खाकर इतनी दुर्गति होने के बाद भी कांग्रेस नेताओं के आपसी झगड़े रोज जनता के सामने खुलकर आ रहे हैं।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता चिमनानी ने कहा कि यह कैसा संगठन सृजन है, जहाँ पर पर्यवेक्षक को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर चाय पीने जाने पर अपने पद से हटना पड़ा। इससे पहले प्रदेश के पूर्व मंत्री रवीन्द्र चौबे ने श्री बघेल का बस नाम लिया था, तब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कई दिनों तक उन्हें मिलने का समय तक नहीं दिया था। श्री बैज ने मिलने के लिए श्री चौबे से माफी भी मंगवाई। इसी मामले में रायपुर उत्तर के पूर्व कांग्रेस विधायक कुलदीप जुनेजा ने तो नैतिकता की दुहाई देकर श्री बैज से इस्तीफा तक मांग लिया था।
प्रदेश प्रवक्ता चिमनानी ने कहा कि कांग्रेस में अंतर्कलह चरम पर है। श्री चौबे ने श्री बघेल का नाम लिया तो माफी मांगनी पड़ी और अब एक जब पर्यवेक्षक श्री बघेल के घर पहुँचा तो उसको हटा दिया गया है। तो अब क्या कांग्रेस को श्री बघेल से एलर्जी होती जा रही है?श्री चिमनानी ने कहा कि श्री चौबे से पहले खुद श्री बघेल ने प्रदेश कांग्रेस प्रभारी की मौजूदगी में ही श्री बैज और नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत के नेतृत्व पर सवाल उठाया था। इधर नेता प्रतिपक्ष महंत ने सभी नेताओं को अपने चमचों को संभालकर रखने को कहा था। कांग्रेस के कार्यक्रम में मंच पर पूर्व आदिवासी विधायक अमरजीत भगत का माइक छीन लिया गया। राजीव भवन में श्री बैज का मोबाइल चुरा लिया गया।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित