लखनऊ, सितंबर 29 -- बीते शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद बरेली में हुई हिंसा को लेकर प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने कहा है कि धार्मिक अभिव्यक्ति को लेकर कोई परेशानी नही है, लेकिन बगैर अनुमति के सड़क पर जुलूस निकाल कर शक्ति प्रदर्शन हुआ तो फिर सरकार गम्भीरता के साथ निपटेगी।
श्री अरुण ने कहा कि आई लव मोहम्मद हो या कोई भी धार्मिक अभिव्यक्ति इसको लेकर कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन बगैर मजिस्ट्रेट की अनुमति के जुलूस निकालना, नई परंपरा शुरू करने पर सरकार कड़े कदम उठाएगी। हर शुक्रवार धार्मिक अभिव्यक्ति का मतलब हम सड़कों पर जुलूस निकालकर शक्ति प्रदर्शन करे, ठीक नहीं है।
उन्होने कहा कि कोई भी राजनीतिक शोभा यात्रा या जुलूस यदि गलत दिशा में समाज को लेकर जा रहा है तो निश्चित तौर पर सरकार कार्यवाही करने से पीछे नहीं हटेगी।
गौरतलब है कि बरेली में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद एक मस्जिद के बाहर इकट्ठा हुए स्थानीय लोगों और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी। जिसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग किया। कड़ी कार्रवाई करते हुए 24 से अधिक लोगों को हिरासत में ले लिया गया। पुलिस ने बताया कि स्थानीय धर्मगुरु और इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा के आह्वान पर कई प्रदर्शनकारी 'आई लव मोहम्मद' अभियान के समर्थन में मस्जिद के बाहर इकट्ठा हुए थे।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित