पटना , अक्टूबर 23 -- बिहार में 06 नवंबर को प्रथम चरण के 121 सीटों पर होने वाले चुनाव में बक्सर जिले की सभी सीट पर महागठबंधन के विधायकों को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार चुनौती देते नजर आयेंगे, वहीं बक्सर सीट पर 'खाकी' के बाद 'खादी' की शोभा बढ़ाने के लिये चुनावीसमर में उतरे पूर्व भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी आनंद मिश्रा की प्रतिष्ठा दांव पर है।

बक्सर जिले की सभी चार सीटों बक्सर, डुमरांव, ब्रहमपुर आर राजपुर (सुरक्षित) पर महागठबंधन का कब्जा है।

ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध बक्सर विधानसभा सीट इस बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के टिकट पर पूर्व आईपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा चुनावी अखाड़े में जोर आजमा रहे है। वहीं महागठबंधन के घटक कांग्रेस ने यहां विधायक संजय कुमार तिवारी पर फिर भरोसा जताते हुये उन्हें सियासी रणभूमि में उतार दिया है। कांग्रेस प्रत्याशी श्री तिवारी जहां इस सीट पर चुनावी हैट्रिक लगाने की कोशिश करेंगे, वहीं भाजपा प्रत्याशी श्री मिश्रा यहां फिर से पार्टी का 'कमल' खिलाने के प्रयास में हैं।

प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज ने यहां पूर्व केन्द्रीय मंत्री के.के तिवारी के पुत्र तथागत हर्षवर्धन को उतार दिया है, जो यहां मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने में लगे हैं।इस सीट पर सर्वाधिक पांच बार जगनारायाण त्रिवेदी ने जीत हासिल की है, वहीं भाजपा की दिग्गज नेता सुखदा पांडे ने तीन बार यहां अपना परचम लहराया था। वर्ष 2020 के चुनाव में कांग्रेस के श्री तिवारी ने भाजपा उम्मीदवार बिहार पुलिस के पूर्व हवलदार परशुराम चतुवेर्दी को पराजित किया था। इसी सीट पर 15 उम्मीदवार चुनावी अखाड़े में ताल ठोक रहे हैं।

बिहार की हाइप्रोफाइल सीटों में शुमार डुमरांव से महागठबंधन के घटक भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी लेनिनवादी (भाकपा माले) विधायक अजीत कुमार सिंह एक बार फिर फिर से यहां जीत का परचम लहराने के लिये बेताब हैं, वहीं राजग के घटक जनता दल यूनाईटेड (जदयू) ने यहां राहुल सिंहपर दाव लगाया है। पूर्व मंत्री ददन यादव बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर चुनावी मैदान में डटे हैं, वहीं डुमरांव से महाराज रहे कमल बहादुर सिंह के पौत्र शिवांग विजय सिंह को जनुसराज ने अपना प्रत्याशी बनाया है।

वर्ष 2020 के चुनाव में जदयू ने तत्कालीन विधायक ददन सिंह यादव का टिकट काटकर पार्टी की प्रवक्ता अंजुम आरा को पहली बार उम्मीदवार बनाया था। इससे नाराज होकर श्री यादव मैदान में निर्दलीय उतर आ आये। वहीं भाकपा-माले की ओर से पहली बार चुनाव लड़ रहे अजीत कुमार सिंह, लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के अखिलेश कुमार सिंह और शिवांग विजय सिंह भी निर्दलीय चुनाव लड़कर मुकाबले को रोचक बनाने में जुटे हुये थे। इस चुनाव में भाकपा माले उम्मीदवार अजीत कुमार सिंह ने जदयू प्रत्याशी अंजुम आरा को मात दी थी। वहीं, निर्दलीय प्रत्याशी ददन यादव को तीसरे नंबर पर संतोष करना पड़ा। ददन यादव ने इस सीट पर वर्ष 2000, फरवरी ,अक्टूबर 2005 और 2015 में जीत हासिल की है।इस सीट पर 16 उम्मीदवार चुनावी अखाड़े में डटे हैं।

ब्रहमपुर सीट से महागठबंधन के घटक राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने अपने विधायक शंभू नाथ यादव को फिर चुनावी दंगल में उतारा है, वहीं चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के टिकट पर पूर्व विधान पार्षद बाहुबली हुलास पांडेय अपना जोर आजमां रहे हैं। वर्ष 2020 में राजद के उम्मीदवार शंभू नाथ यादव ने लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) उम्मीदवार हुलास पांडेय को पराजित कर दिया था। राजग की ओर से यहां विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) के जय राज चौधरी चुनावी समर में उतरे थे, लेकिन उन्हें तीसरे नंबर पर ही संतोष करना पड़ा। वर्ष 2015 में यहां से राजद के शंभू नाथ यादव ने भाजपा प्रत्याशी और पूर्व केन्द्रीय मंत्री सी.पी. ठाकुर के पुत्र विवेक ठाकुर (वर्तमान में भाजपा सांसद) को पराजित कर दिया था। इस सीट पर एक बार फिर से राजद के शंभू नाथ यादव और लोजपा रामविलास के हुलास पांडेय चुनावी अखाड़े में एक-दूसरे को चुनौती देते नजर आयेंगे। इस सीट पर आठ उम्मीदवार भाग्य आजमां रहे हैं।

राजपुर (सुरक्षित) विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक विश्वनाथ राम चुनावी रण में उतरे हैं, वहीं जदयू ने यहां पूर्व मंत्री संतोष निराला को समर में उतारा है।श्री निराला ने वर्ष 2010, 2015 से लगातार दो बार इस सीट पर जीत दर्ज की है। वर्ष 2020 के चुनाव में इस सीट पर श्री निराला जीत की हैट्रिक लगाने समर में उतरे थे।

श्री निराला को कांग्रेस प्रत्याशी विश्वनाथ राम ने मात दे दी थी।इस बार के चुनाव में जहां श्री निराला इस सीट पर तीसरी बार जीत की आस में है, वहीं श्री राम इस सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखने की पुरजोर कोशिश करेंगे। राजपुर का सूर्य मंदिर काफी प्रसिद्ध है।लोक आस्था के महापर्व छठ के दिन यहां भारी भीड़ जुटती है। इस सीट पर 13 उम्मीदवार किस्मत आजमां रहे हैं।

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