ढाका , नवंबर 17 -- बंगलादेश के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि वह आपराधिक मामले मेें दोषी करार दी गईं पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना तथा पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल की स्वदेश वापसी के लिए भारत सरकार को औपचारिक रूप से एक पत्र भेजेगा।
हालांकि, विदेश मामलों के सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन ने पत्र भेजने की तारीख नहीं बताई।
हुसैन ने मंत्रालय भवन में एक प्रेस वार्ता में कहा, "हम आधिकारिक तौर पर भारत को अपनी स्थिति से अवगत कराएँगे। चाहे पत्र आज रात जाए या कल, यह निश्चित रूप से जाएगा।"हुसैन के अनुसार, यह पत्र भारतीय अधिकारियों को ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग या नई दिल्ली स्थित बांग्लादेश उच्चायोग के माध्यम से भेजा जाएगा।
बंंगलादेश सरकार ने पहले भी इसी तरह का एक नोट भेजा था, लेकिन तब भारत ने इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की।
जब उनसे पूछा गया कि इस बार क्या स्थिति अलग होगी, तो उन्होंने जवाब दिया, "अब स्थिति अलग है,न्यायिक प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और उन्हें दोषी ठहराया जा चुका है,"उन्होंने कहा कि वे दोनों देशों के बीच 2016 में हुई प्रत्यर्पण संधि के तहत हसीना और कमाल के प्रत्यावर्तन की मांग करेंगे।
सलाहकार ने कहा, "मैं समझता हूँ कि हमें उनको वापस लाना होगा क्योंकि अदालत ने अपना फैसला सुना दिया है, और हम भारत को आधिकारिक तौर पर सूचित करेंगे।"यह पूछे जाने पर कि अगर भारत ऐसा करने से इनकार कर दे, तो क्या होगा, उन्होंने जवाब दिया, "जब स्थिति उत्पन्न होगी, हम उस पर विचार करेंगे।"एक अन्य बयान में, बंगलादेश के विदेश मंत्रालय ने भारत से दो दोषी पूर्व सरकारी अधिकारियों को वापस भेजने का आग्रह किया और कहा कि मानवता के विरुद्ध अपराधों के दोषी व्यक्तियों को शरण देना एक गैर-दोस्ताना कृत्य तथा न्याय के प्रति उपेक्षा माना जाएगा।
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