ढाका , दिसंबर 26 -- बंगलादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान शुक्रवार को यहां अपने पिता एवं पार्टी के संस्थापक पूर्व राष्ट्रपति जियाउर रहमान की कब्र पर गये और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

श्री रहमान ब्रिटेन से 17 साल के निर्वासन के बाद बंगलादेश लौटे हैं। वह एक सितंबर, 2006 के बाद पहली बार दिवंगत सैन्य शासक की कब्र पर पहुंचे। उन्होंने आज शाम को अपने पिता की कब्र पर पुष्प चढ़ाए और प्रार्थना की। बीएनपी संस्थापक की कब्र पर उनकी यात्रा के दौरान इलाके के चारों ओर एक विशेष सुरक्षा घेरा लगया गया था, जिसमें बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी ), रैपिड एक्शन बटालियन (आरएबी), पुलिस और सेना के जवान शामिल थे। इस दौरान सभी मीडिया कर्मियों और पार्टी कार्यकर्ताओं को कब्र क्षेत्र और उसके आसपास प्रवेश करने से रोक दिया गया था।

जब श्री रहमान पूर्व राष्ट्रपति को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे थे, तो पार्टी के नेता और कार्यकर्ता द्वार के सामने जमा हो गए और नारे लगाने लगे। बताया जाता है कि वह कुछ देर तक अपने पिता की कब्र के सामने अकेले खड़े रहे, और कब्र के पास सिर्फ़ वरिष्ठ नेताओं को ही जाने दिया गया। श्री रहमान के आने से पहले अपराह्न करीब 12:00 बजे सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर दिया गया था और किसी भी गड़बड़ी करने वाले को रोकने के लिए उन्हें हाई अलर्ट पर रखा गया था, आसपास के पार्क में आने वाले लोगों को दूर रखा गया और उन्हें कब्र के पास आने से रोका गया। अपराह्न तक काफी संख्या में बीएनपी के नेता और कार्यकर्ता उस इलाके में जमा होने लगे थे, वे श्री रहमान के बैनर और तस्वीरें लिए हुए थे और छोटे-छोटे जुलूस निकाल रहे थे। श्री रहमान करीब दो घंटे के सफर के बाद कब्र के पास पहुंचे, क्योंकि उनका काफिला विजय सरानी से पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों की भीड़ के बीच से धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा था। रास्ते में, उन्होंने जमा हुए लोगों का हाथ हिला कर अभिवादन स्वीकार किया। इस दौरान सड़क के किनारे खड़े लोगों ने तालियां बजायीं और श्री रहमान के समर्थन में नारे लगाये। समर्थकों की भीड़ को देखते हुए, बीएनपी के महासचिव फखरुल इस्लाम आलमगीर ने कहा कि चल रहे राजनीतिक संकट के बीच श्री रहमान का आना देश के राजनीतिक इतिहास में एक सकारात्मक बदलाव है।

श्री रहमान कल देश लौटे, और उनकी वापसी बहुत शानदार तरीके से हुई। पूरे बंगलादेश ने उनका स्वागत किया।

उन्होंने बीएनपी के संस्थापक की कब्र पर श्रद्धांजलि अर्पित करने से पहले कहा, "पूरे देश के लोग खुश और उत्साहित महसूस कर रहे थे। उन्हें अपना प्यारा नेता वापस मिल गया।" पार्टी की स्थायी समिति के सदस्य गायेश्वर चंद्र रॉय ने बताया कि बाद में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उनकी तरफ से आज सावर में नेशनल मेमोरियल पर पुष्प चढ़ाकर मुक्ति संग्राम के नायकों को श्रद्धांजलि दी, क्योंकि श्री रहमान अपने पिता की कब्र पर जाने के बाद देर हो गए थे। नेशनल मेमोरियल के सामने पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि श्री जियाउर रहमान की कब्र पर जाने के बाद श्री रहमान मेमोरियल के लिए रवाना हुए। चूंकि नियम है कि सूर्यास्त से पहले पुष्प अर्पित करते हैं, इसलिए उन्होंने उनकी तरफ से फूल चढ़ाए।

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