रायपुर , दिसंबर 24 -- विश्व हिंदू रक्षा परिषद के छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष हेमंत वर्मा ने बंगलादेश में हिंदू समुदाय के विरुद्ध हाल ही में घटित हिंसक घटनाओं को अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने बुधवार को कहा कि बंगलादेश में लगातार हो रही हिंसा, भय और असुरक्षा के माहौल पर अब केवल बयानबाजी नहीं, बल्कि ठोस और प्रभावी कार्रवाई की आवश्यकता है।

हेमंत वर्मा ने कहा कि बंगलादेश में हिंदुओं के कथित कत्लेआम के बावजूद विश्व के अधिकांश देश मौन साधे हुए हैं या केवल औपचारिक प्रतिक्रियाओं तक सीमित हैं, जो अत्यंत चिंताजनक है। इसी पृष्ठभूमि में, विश्व हिंदू रक्षा परिषद के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा 'बंगलादेश हिंदू मुक्ति वाहिनी' के गठन की घोषणा की गई है, जिसका उद्देश्य बांग्लादेश में हिंदू समुदाय की सुरक्षा और उनके अधिकारों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आवाज उठाना है।

उन्होंने वर्ष 1971 के ऐतिहासिक संदर्भ का उल्लेख करते हुए कहा कि उस समय भारत के सहयोग से बंगलादेश मुक्ति वाहिनी का गठन हुआ था, जिसने बंगलादेश की स्वतंत्रता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उसी ऐतिहासिक स्मृति के आधार पर अब हिंदू समुदाय की सुरक्षा और मुक्ति के उद्देश्य से यह नई पहल की जा रही है।

विश्व हिंदू रक्षा परिषद छत्तीसगढ़ ने भारत सरकार से मांग की है कि हिंदुओं की सुरक्षा और अधिकारों की रक्षा के लिए बांग्लादेश हिंदू मुक्ति वाहिनी को आवश्यक अनुमति प्रदान की जाए, जिससे वह अपने घोषित उद्देश्यों को पूरा कर सके। हेमंत वर्मा ने कहा कि दीपू दास सहित अनेक हिंदुओं की हत्याओं को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा और परिषद न्याय तथा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निरंतर संघर्ष करती रहेगी।

उन्होंने भारत सरकार से अपील की कि बंगलादेश को दी जा रही सभी प्रकार की आर्थिक सहायता पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए। साथ ही, उन्होंने विश्व के सभी देशों से बंगलादेश पर अविलंब आर्थिक प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय दबाव के बिना स्थिति में सुधार संभव नहीं है।

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