ढाका , नवंबर 17 -- बंगलादेश के मुख्य सलाहकार प्रोफ़ेसर मुहम्मद यूनुस ने अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना को सुनाई गई सज़ा पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि यह फैसला इस बात को पुष्ट करता है कि कोई भी चाहे वह कितनी भी शक्ति रखता हो, लेकिन क़ानून से ऊपर नहीं है।"स्थानीय मीडिया के अनुसार यहां जारी एक बयान में प्रो. यूनुस ने कहा कि बंगलादेश की अदालतों ने एक ऐसी स्पष्टता के साथ बात कही है जिसकी गूंज पूरे देश और देश के बाहर भी सुनाई देती है। विद्रोह के दौरान प्रभावित हुए हज़ारों लोगों और अपने प्रियजनों को खो चुके परिवारों के लिए "महत्वपूर्ण, हालाँकि सीमित, न्याय" लेकर आया है।
मुख्य सलाहकार प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस ने सोमवार को कहा कि अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनके सहयोगियों को दी गई सजा और दोषसिद्धि इस मूलभूत सिद्धांत की पुष्टि करती है कि कोई भी व्यक्ति, चाहे उसके पास कितनी भी ताकत क्यों न हो, कानून से ऊपर नहीं है। उन्होंने कहा कि देश वर्तमान में उन लोकतांत्रिक नींवों को फिर से खड़ा कर रहा है, जो वर्षों के उत्पीड़न से कमजोर हुई थीं।
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