नयी दिल्ली, अक्टूबर 15 -- राष्ट्रीय राजमार्गों के टोल प्लाजा पर आवागमन को आसान बनाने के लिए वार्षिक शुल्क के साथ फास्टैग उपयोगकर्ताओं की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ है और दो महीने में यह संख्या 25 लाख के पार पहुंच गयी है।

आधिकारिक सूचना के अनुसार देश भर में पिछले 60 दिन में ऐसे फास्टैग से लगभग 5.67 करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ है और पच्चीस लाख उपयोगकर्ताओं के कारण यह ऐतिहासिक आंकड़ा हासिल हुआ है। यह योजना 15 अगस्त को लॉन्च की गयी थी। फास्टैग वार्षिक पास राष्ट्रीय राजमार्ग उपयोगकर्ताओं को एक सहज और किफायती यात्रा विकल्प प्रदान करता है और यह राष्ट्रीय राजमार्गों और राष्ट्रीय एक्सप्रेसवे पर लगभग 1,150 टोल प्लाजा पर मान्य है।

सरकार का कहना है कि इससे आवागमन आसान हो रहा है और उपयोगकर्ताओं को वार्षिक पास के लिए एकमुश्त शुल्क भुगतान करने में असुविधा नहीं हो रही है। इसके माध्यम से फास्टैग को बार-बार रिचार्ज करने की आवश्यकता नहीं है। एक साल की वैधता या 200 टोल प्लाजा क्रॉसिंग के लिए 3,000 रुपए में है और यह पास वैध फास्टैग वाले सभी गैर-व्यावसायिक वाहनों के लिए लागू है। राजमार्गयात्रा ऐप या एनएचएआई वेबसाइट के माध्यम से एकमुश्त शुल्क भुगतान के बाद वाहन से जुड़े मौजूदा फास्टैग पर दो घंटे के भीतर वार्षिक पास सक्रिय हो जाता है।

वार्षिक पास गैर-हस्तांतरणीय है और राष्ट्रीय राजमार्ग और राष्ट्रीय एक्सप्रेसवे शुल्क प्लाजा पर मान्य है। राज्य सरकारों या स्थानीय निकायों द्वारा प्रबंधित एक्सप्रेसवे, राज्य राजमार्गों पर शुल्क प्लाजा पर, फास्टैग राज्य राजमार्ग टोल और पार्किंग आदि पर भुगतान के लिए मौजूदा वॉलेट बैलेंस का उपयोग करेगा। राष्ट्रीय राजमार्ग उपयोगकर्ताओं ने फास्टैग वार्षिक पास के लिए जबरदस्त दिलचस्पी दिखाई है और देशभर में राष्ट्रीय राजमार्गों पर सुरक्षित, सुचारू और निर्बाध यात्रा के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।

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