मनीला , नवंबर 30 -- फ़िलीपींस में बाढ़ नियंत्रण परियोजनाओं में हुए कथित घोटाले के खिलाफ रविवार को हज़ारों की तादाद में लोग सड़कों पर उतरे और हालात में बदलाव की मांग की।
ट्रिलियन पेसो मार्च' के नाम से देशभर में हुए विरोध प्रदर्शनों का आयोजन गिरजाघरों, नागरिक समाज संगठनों, छात्र संगठनों, मज़दूर संघों और राजनीतिक पार्टियों ने मिलकर किया।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो फ़िलिपींस में बाढ़ नियंत्रण बुनियादी ढांचे की सरकारी परियोजनाओं में कथित घोटाले के खिलाफ यह प्रदर्शन हो रहा है। बीते 15 साल में फ़िलीपींस में इन परियोजनाओं में एक लाख 90 हज़ार करोड़ पेसो (करीब 33 अरब डॉलर) खर्च हुए, जबकि इसकी आधी रकम कथित तौर पर घोटालों की भेंट चढ़ गयी।
इन्हीं आरोपों के चलते रविवार को फ़िलीपींस की राजधानी मनीला सहित देश के कई हिस्सों में लोग सड़कों पर उतरे और राष्ट्रपति फर्डिनांड मार्कोस जूनियर से इस्तीफ़े की मांग की। फ़िलीपींस के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र पुलिस ऑफ़िस के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, मनीला के मुख्य विरोध प्रदर्शन स्थल पर शाम चार बजे तक करीब 5000 प्रदर्शनकारी इकट्ठा हुए थे।
एक अन्य आंकड़े के अनुसार, मनीला के दूसरे सबसे बड़े प्रदर्शन स्थल लुनेटा पार्क पर रविवार पूर्वाह्न 10:30 बजे करीब 3000 लोगों की भीड़ मौजूद थी।
समाचार वेबसाइट मनीला बुलेटिन ने प्रदर्शन में शामिल हुए एक 21 वर्षीय छात्र मार्को के हवाले से बताया कि वह इतने सारे लोगों को सड़कों पर उतरता देख खुश है। भले ही माहौल में गर्मी और भीड़भाड़ बहुत ज़्यादा है, लेकिन वह भ्रष्टाचार और गलत काम के खिलाफ अपना रुख साफ़ करके खुश है।
रिपोर्ट में एक 31 वर्षीय महिला के हवाले से कहा गया कि वह अपने बच्चे को घर पर छोड़कर प्रदर्शन स्थल पर आयी थी। महिला ने उम्मीद जताई कि लोगों के सड़कों पर उतरने के बाद बदलाव देखने को मिलेगा।
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