मुंबई , अक्टूबर 31 -- महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आव्रजन अधिकारियों ने फर्जी भारतीय दस्तावेजों के आधार पर भारत में रही नेपाल की नागरिक शांति अर्जुन सिंह थापा नामक एक महिला को हिरासत में लिया है।

आरोपी महिला फर्जी भारतीय दस्तावेजों के साथ 30 वर्षों से अधिक समय से ठाणे जिले में रह रही थी। यह जानकारी एक अधिकारी ने शुक्रवार को दी।

महिला नेपाल की राजधानी काठमांडू से उड़ान संख्या आरए-201 से मुंबई हवाई अड्डे पर पहुंची थी। नियमित आव्रजन जांच के दौरान, उसने अपना भारतीय पासपोर्ट, मतदाता पहचान पत्र और बोर्डिंग पास दिखाया। जब महिला से उसकी यात्रा का उद्देश्य और राष्ट्रीयता के बारे में पूछा गया, तो वह को संतोषजनक उत्तर नहीं दे सकी।

पूछताछ के दौरान पता चला कि महिला वास्तव में एक नेपाली नागरिक थी, जिसका नाम चंदा रेग्मी है और उसका जन्म 25 नवंबर, 1976 को नेपाल के फुतुंग जिले में हुआ था। वह कई वर्षों से ठाणे जिले के कल्याण में रह रही थी।

प्राथमिकी के अनुसार, फर्जी भारतीय दस्तावेजों के अलावा वह महाराष्ट्र चुनावों में कई बार मतदान भी कर चुकी है।

पूछताछ के दौरान उसने चंदा रेग्मी के नाम से जारी नेपाली नागरिकता प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत किया, जिससे उसकी राष्ट्रीयता की पुष्टि हुई।

आव्रजन विभाग ने उसके पास से अनेक दस्तावेज जब्त किये जैसे कि भारतीय मतदाता पहचान पत्र जिसमें उसका नाम शांति अर्जुन सिंह थापा है, काठमांडू-मुंबई उड़ान का बोर्डिंग पास, नेपाली नागरिकता कार्ड जिसमें उसका नाम चंदा रेग्मी है, भारतीय आधार कार्ड, भारतीय पैन कार्ड, धारा 63 बीएसए के तहत प्रमाण पत्र, आव्रजन अधिकारियों द्वारा दर्ज बयान, मेडिकल रिपोर्ट, मुंबई आव्रजन विभाग से सामान्य डायरी प्रविष्टि आदि।

उसकी दोहरी पहचान और फर्जी दस्तावेजों की पुष्टि करने के बाद आव्रजन अधिकारियों ने उसे आगे की जांच के लिए सहार पुलिस स्टेशन को सौंप दिया।

शांति उर्फ चंदा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 336 (2), 336 (3), 340 (2) और 318 (4) के अंतर्गत धोखाधड़ी, जालसाजी और सरकारी दस्तावेज प्राप्त करने के लिए गलत जानकारी प्रदान करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गयी है।

पुलिस इस रैकेट में शामिल अन्य लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रही है।

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