फगवाड़ा , नवंबर 21 -- पंजाब में फगवाड़ा पुलिस ने शुक्रवार को ई-रिक्शा चालक की हत्या के मामले को सुलझाते हुए हत्या में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस अधीक्षक (एसपी) माधवी शर्मा ने शुक्रवार को संवाददाताओं को बताया कि पुलिस ने 27 अक्टूबर की देर रात ई-रिक्शा चालक कुलदीप धन्नवार की गोली मारकर हत्या के रहस्य को सुलझाने में सफलता हासिल की है। उन्होंने कहा कि 28 अक्टूबर को पुलिस थाना सिटी फगवाड़ा में अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।

पुलिस अधीक्षक शर्मा ने बताया कि हत्यारों का पता लगाने के लिए एसपी (सब-डिवीजन) फगवाड़ा भारत भूषण (पीपीएस) और एसएचओ उषा रानी के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई थी। कई सुरागों और पहलुओं पर काम करने के बाद, टीम अपराध के लिए ज़िम्मेदार तीन आरोपियों को पकड़ने में सफल रही। उन्होंने बताया कि पूछताछ में पता चला कि 27 अक्टूबर की शाम को, आरोपियों ने गाँव भुल्लाराई के एक ठेके से शराब की एक बोतल खरीदी थी और दाना मंडी, फगवाड़ा के पास शराब पी रहे थे। जब ई-रिक्शा चालक कुलदीप वहाँ से गुजरा, तो तीनों ने उसे लूटने के इरादे से सुविधा केंद्र के पास रोक लिया। इस दौरान हाथापाई हुई और आरोपी इंशविंदर कौल उर्फ बाबा उर्फ ईशू ने .30 बोर की देसी पिस्तौल निकालकर कुलदीप पर दो गोलियां चला दीं, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। तीनों बिना नंबर वाली मोटरसाइकिल पर सवार होकर गाँव नसीराबाद में आरोपी हरमन के घर गए।

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान हरमन सिंह निवासी नसीराबाद, इंशविंदर कौल उर्फ बाबा निवासी उच्चा पिंड, थाना पतारा, जालंधर (ग्रामीण) और अमन निवासी जेठपुर, थाना पतारा, जालंधर (ग्रामीण) के रूप में हुई है। पुलिस अधीक्षक ने पुष्टि की कि तीनों की आपराधिक पृष्ठभूमि है और उनके खिलाफ पहले भी लांबड़ा, बेहराम और गोराया थानों में कई एफआईआर दर्ज हैं।

सुश्री शर्मा ने कहा कि पूछताछ जारी रहने पर और भी खुलासे होने की उम्मीद है, और अपराध में इस्तेमाल किए गए हथियार और मोटरसाइकिल सहित और भी बरामदगी होने की संभावना है। उन्होंने दोहराया कि फगवाड़ा पुलिस संगठित आपराधिक गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रखेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि इस मामले में अपराधियों को कानून का सामना करना पड़े।

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