जयपुर , दिसंबर 19 -- प्लास्ट इंडिया फाउंडेशन ने जयपुर में आयोजित एक लॉन्च कार्यक्रम के दौरान शुक्रवार को प्लास्टइंडिया-2026 के आगामी संस्करण की औपचारिक घोषणा की और 'भारत नेक्स्ट' विज़न को प्रस्तुत किया।

इस अवसर पर उद्योग के सतत विकास, नवाचार और वैश्विक सहयोग के रोडमैप को रेखांकित किया गया। प्लास्टिक्स और पॉलिमर क्षेत्र के लिए विश्व के अग्रणीप् प्लेटफॉर्म में से एक के रूप में मान्यता प्राप्त प्लास्टइंडिया 2026 उद्योग जगत के नेताओं, नीति-निर्माताओं, वैश्विक प्रदर्शकों, स्टार्टअप्सऔर वैल्यू चेन से जुड़े प्रौद्योगिकी प्रदाताओं को एक मंच पर लाएगा।

जयपुर में आयोजित यह लॉन्च प्लास्टइंडिया 2026 की राष्ट्रव्यापी आउटरीच का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है जो क्षेत्रीय उद्योग हितधारकों को जोड़ने के साथ-साथ औद्योगिक विनिर्माण और निवेश के क्षेत्र में राजस्थान की बढ़ती भूमिका को भी सुदृढ़ करता है।

इस मौके मीडिया को बताया गया कि आगामी पांच से दस फरवरी तक नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित होने वाली 12वीं अंतरराष्ट्रीय प्लास्टिक प्रदर्शनी 22 से अधिक प्रदर्शनी हॉलों में आयोजित की जायेगी जो लगभग 75 हजार वर्ग मीटर के प्रदर्शनी क्षेत्र में फैला होगा। यह आयोजन कच्चे माल और मशीनरी से लेकर प्रोसेसिंग तकनीकों, रीसाइक्लिंग समाधानों और औद्योगिक अनुप्रयोगों तक, संपूर्ण प्लास्टिक्स इकोसिस्टम को प्रदर्शित करेगा। यह प्रदर्शनी व्यापारिक नेटवर्किंग, प्रौद्योगिकी आदान-प्रदान और वैश्विक साझेदारियों के लिए एक व्यापक मंच के रूप में कार्य करेगी।

नवाचार, प्लास्टइंडिया 2026 का एक प्रमुख स्तंभ होगा, जिसके अंतर्गत स्टार्टअप्स और उभरती प्रौद्योगिकियों को समर्थन देने के लिए लक्षित पहलें की जायेगी। भारत नेक्स्ट चैलेंज, प्लास्टइंडिया फाउंडेशन का प्रमुख स्टार्टअप कार्यक्रम, आईआईएम कलकत्ता के सहयोग से आयोजित किया जाएगा।

इस पहल के माध्यम से सामग्री नवाचार, रीसाइक्लिंग, ऑटोमेशन और सर्कुलर इकोनॉमी समाधान के क्षेत्रों में कार्य कर रहे उच्च-क्षमता वाले स्टार्टअप्स की पहचान की जाएगी। चयनित शीर्ष 10 स्टार्टअप्स को दो लाख रुपये से अधिक की पुरस्कार राशि, आईआईएम कलकत्ता से संरचित मेंटरशिप, तथा उद्योग और निवेशकों से जुड़ने के अवसर प्रदान किए जाएंगे।

प्लास्टइंडिया 2026 के दौरान एक विशेष ग्लोबल सीईओ एवं उद्योग नेतृत्व सम्मेलन (सीईओ और उद्योग जगत के लीडर्स मीट) का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें वरिष्ठ उद्योग नेता, नीति-निर्माता और वैश्विक विशेषज्ञ भाग लेंगे। यह क्लोज़-डोर मंच निवेश के अवसरों, प्रौद्योगिकी अपनाने, सततता की अनिवार्यताओं और वैश्विक प्लास्टिक्स एवं पॉलिमर इकोसिस्टम में भारत की भूमिका जैसे रणनीतिक विषयों पर विचार-विमर्श करेगा।

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