हरिद्वार/ऋषिकेश , अक्टूबर 02 -- उत्तरकाशी के पत्रकार राजीव की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत का मामला तूल पकड़ रहा है। हालांकि पुलिस ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर दिया है लेकिन परिजनों और पत्रकार संगठनों का कहना है कि केवल एसआईटी की जांच पर भरोसा नहीं किया जा सकता है।
स्टेट प्रेस क्लब उत्तराखंड और श्रमजीवी पत्रकार यूनियन ने गुरुवार को एक संयुक्त बयान जारी कर कहा कि पत्रकार की मौत ने कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इसलिए इस प्रकरण की जांच न्यायालय की निगरानी में कराई जानी चाहिए, ताकि सच सामने आ सके और परिजनों को न्याय मिल सके।
संगठन के विश्वजीत सिंह नेगी ने कहा कि पत्रकार लोकतंत्र की नींव हैं और उनकी सुरक्षा खतरे में होना समाज के लिए चिंता का विषय है।
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