पटना, सितंबर 26 -- कांग्रेस ने महिलाओं को केंद्र में रखते हुये बड़ा सियासी दांव चला है, जिसके तहत शुक्रवार को पटना में आयोजित 'महिला संवाद' कार्यक्रम में पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी ने सत्तारुढ़ गठबंधन पर तीखा हमला बोला और सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कई आरोप लगाये।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बिहार की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार की 20 साल की नीतियों को 'महिलाओं के लिये अपमानजनक' करार दिया और कहा कि प्रदेश की महिलाओं को न तो आर्थिक सुरक्षा मिली है और न ही सामाजिक सम्मान मिला है।

उन्होंने आंगनबाड़ी, आशा, जीविका और स्वयं सेवी समूहों से जुड़ी महिलाओं की व्यथा सुनाते हुये उनसे सवाल किया कि, 'आप सब कह रही हैं कि सरकार आपको 1500 या 3000 रुपये मानदेय दे रही है। इतने में आप बाजार से क्या लोगे? त्यौहार हैं, बच्चों की पढ़ाई है, छप्पर भी चूता है। आखिर घर कैसे चलाती हैं आप?उन्होंने कहा कि यह न केवल आर्थिक शोषण है, बल्कि स्पष्ट संकेत है कि राज्य सरकार महिलाओं के श्रम और योगदान को गंभीरता से नहीं लेती है।

कांग्रेस महासचिव श्रीमती गांधी ने चुनाव समय में सरकार की ओर से की जा रही घोषणाओं पर तंज कसते हुये कहा कि सत्तारुढ़ गठबंधन के नेता अब कह रहे हैं कि बड़ी संख्या में महिलाओं को 10,000 रुपये देंगे, लेकिन यह नहीं बता रहे हैं कि आपके मानदेय को 10,000 रुपये स्थायी रूप से कर देंगे। यह सिर्फ चुनाव से पहले का लालच है, इनका असली इरादा आपका वोट खरीदने का है।

उन्होंने जोर देकर कहा कि महिलाओं को खरीदा नहीं जा सकता और सम्मान का अर्थ केवल पैसे की घोषणा नहीं बल्कि नीति, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता से है।

श्रीमती गांधी ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुये कहा कि बलात्कार और महिला अपराध के मामले बढ़ते जा रहे है, लेकिन प्राथमिकी तक दर्ज नहीं की जाती है। 20 साल पुरानी सरकार है, लेकिन महिलाओं के लिये कोई ठोस ढांचा तक नहीं बनाया गया है। जब महिलायें अपने सम्मान के लिये आवाज उठाती हैं, तो उन्हें पुलिस की लाठियों से चुप कराया जाता है।

उन्होंने नीतीश कुमार, नरेंद्र मोदी और अमित शाह को निशाने पर लेते हुये कहा कि आज उन्हें लग रहा है कि अगर महिलाओं का वोट नहीं मिला तो उनकी सरकार नहीं बनेगी, इसलिये अचानक घोषणाओं की बहार हो रही है। वो भी जान लें कि हम महिलायें भी बड़ी तेज होती हैं, हम नीयत पहचानना जानती हैं।

श्रीमती गांधी ने महिलाओं से आह्वान किया कि वे एकजुट हों, अपनी शक्ति को पहचानें और राजनीति में निर्णायक भूमिका निभायें। आपका सम्मान तब होगा जब आपको सही मानदेय मिले और सरकार आपके साथ खड़ी हो, सिर्फ चुनाव से पहले पैसे पकडाना सम्मान नहीं है, यह अपमान है।

उन्होंने कहा कि मैं साफ़ कहती हूं कि भाजपा और नीतीश कुमार की सरकार आपको वह सम्मान कभी नहीं दे सकती। अब आपको 'वोट बैंक' नहीं बल्कि निर्णायक शक्ति बनना होगा। श्रीमती गांधी ने कहा कि आप सब आंखें मूंदकर चुनावी वादों पर भरोसा नहीं करें, बल्कि यह देखें किस दल ने वास्तव में आपको सम्मान और अधिकार दिया है।

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