नयी दिल्ली , नवंबर 09 -- दिल्ली की चांदनी चौक क्षेत्र के सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने देश में साइबर सुरक्षा और डिजिटल मजबूती को और सशक्त करने के लिये केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी, संचार और रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा प्रमाणन परिषद (नेशनल साइबर सिक्योरिटी सर्टिफिकेशन काउंसिल) के गठन की मांग की है।

श्री खंडेलवाल ने श्री वैष्णव को लिखे पत्र में कहा कि भारत में तेजी से हो रहा डिजिटल परिवर्तन जहां शासन, व्यापार और नागरिक सेवाओं में अभूतपूर्व सुविधा लेकर आया है, वहीं साइबर धोखाधड़ी, डेटा चोरी और तकनीक के दुरुपयोग के मामलों में चिंताजनक बढ़ोतरी भी हुई है। उन्होंने कहा, "जो तकनीक हमें सशक्त बनाती है, वही यदि नियंत्रण से बाहर हो जाए तो नुकसान भी पहुंचा सकती है। अब समय आ गया है कि हम इसके लिए मजबूत संस्थागत ढांचा तैयार करें।"श्री खंडेलवाल ने अपने पत्र में एक राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा प्रमाणन निकाय की स्थापना का सुझाव दिया है, जो देश में साइबर सुरक्षा शिक्षा, प्रमाणन और कौशल विकास को बढ़ावा देगा और मानकीकृत करेगा। यह पहल डिजिटल इंडिया और विकसित भारत 2047 के विज़न से जुड़ी होगी, जिसका उद्देश्य एक ऐसे प्रशिक्षित कार्यबल का निर्माण करना है जो राष्ट्र की डिजिटल सुरक्षा को सुदृढ़ कर सके।

श्री खंडेलवाल ने कहा, "इस परिषद का मिशन भारत की साइबर सुरक्षा क्षमता को संगठित प्रशिक्षण, प्रमाणन और अनुसंधान के माध्यम से मजबूत करना होना चाहिए, ताकि हर डिजिटल नागरिक सशक्त भी हो और सुरक्षित भी।"उन्होंने सुझाव दिया कि यह परिषद विश्वस्तरीय मानकों पर आधारित साइबर सुरक्षा प्रमाणपत्र कोर्स शुरू कर सकती है।

श्री खंडेलवाल ने कहा कि इस तरह की संस्था न केवल साइबर सुरक्षा क्षेत्र में कौशल की भारी कमी को पूरा करेगी, बल्कि देश में एथिकल हैकर्स, सूचना सुरक्षा विशेषज्ञों और साइबर जागरूक नागरिकों का एक सशक्त तंत्र भी तैयार करेगी।

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