प्रयागराज , नवंबर 23 -- उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में सिखों के नौवें गुरु "श्री गुरु तेग बहादुर साहिब" की 350 वीं शहादत शताब्दी वर्ष के अवसर पर रविवार को शहीदी समागम का आयोजन किया गया है।

श्री गुरु तेग बहादुर साहिब का शहीदी समागम 23 नवंबर से 25 नवंबर के बीच मनाया जा रहा है। इस मौके पर उनकी तपोस्थली संगम नगरी प्रयागराज में भी महान शहीदी समागम का आयोजन किया जा रहा है।

महान शहीदी समागम का आयोजन श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की तपो स्थली गुरुद्वारा पक्की संगत अहियापुर में किया गया है। इस मौके पर आज गुरुद्वारा पक्की संगत अहियापुर से नगर कीर्तन भव्य शोभायात्रा निकाली गई। यह शोभा यात्रा शहर के विभिन्न क्षेत्रों से होते हुए शाम को वापस गुरुद्वारे में आकर समाप्त होगी। नगर कीर्तन यात्रा पंच प्यारों और गुरु ग्रंथ साहब की अगुवाई में निकाली जा रही है।

शोभायात्रा में देश-विदेश से आए हुए रागी जत्थे और कथा वाचक भी शिरकत कर रहे हैं। नगर कीर्तन शोभायात्रा में बड़ी संख्या में शहर के गणमान्य नागरिक भी शामिल हो रहे हैं। कार्यक्रमों की श्रृंखला में 24 नवंबर को शाम 6:00 बजे से रात 10:00 बजे तक गुरुद्वारा पक्की संगत अहियापुर में खास आयोजन होगा। जिसमें देश-विदेश से आए रागी जत्थे और कथा वाचक गुरु ग्रंथ साहब की वाणी को लोगों तक पहुंचाएंगे। तीसरे और अंतिम दिन 25 नवंबर को भी गुरुद्वारा पक्की संगत अहियापुर में दिनभर कार्यक्रम चलेंगे। कीर्तन दरबार, कथा और गुरु तेग बहादुर साहिब के इतिहास के बारे में लोगों को जानकारी दी जाएगी।

इस मौके पर रक्तदान शिविर और हेल्थ कैंप का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद गुरु का अटूट लंगर बंटेगा।

गौरतलब है कि श्री गुरु तेग बहादुर जी का प्रयागराज की धरती से गहरा नाता रहा है। उन्होंने अपने जीवन के छह माह नौ दिन परिवार के साथ यहीं पर तपस्या की थी।

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