प्रयागराज , अक्टूबर 04 -- उत्तर प्रदेश में प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में डॉक्टरों ने शनिवार दोपहर एक युवक के पैर की हड्डी से 15 सेमी बड़ा और दो किलोग्राम भारी ट्यूमर काे ऑपरेशन करके निकाला। इसे ऑस्टियोकांड्रोमा बीमारी या टिबिया बोन के नाम से भी जाना जाता है।डॉक्टरों के बताया की चिकित्सा जगत में टीबिया बोन में अब तक का विश्व में सबसे बड़ा ऑस्टियोकांड्रोमा है, जिसको डॉक्यूमेंट किया गया हो। इससे पहले कर्नाटक का केस है, जिसमें वर्ष 2023 में 13 सेमी का ट्यूमर ठीक इसी तरह का डॉक्टरों ने ऑपरेशन करके निकाला था।
स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल के सीनियर आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. मनीष शुक्ला ने करीब दो घंटे तक ऑपरेशन किया। इस मरीज का ट्यूमर बड़ा होने के साथ ही ऐसे जगह था जिससे टीबीएल नर्व, प्रोनियल नर्व और पॉपलीटियल नसों पर दबाव से क्षति पहुंचा सकता था और पैर में कमज़ोरी आ गई थी। इन नसों को बचाते हुए इस ट्यूमर को निकालना एक चुनौती भी रहा।
चिकित्सक का कहना था कि अगर ऑपरेशन न करते तो नस पूरी तरह ख़राब हो सकती थी। और इससे कोंड्रोसर्कोमा कैंसर भी हो जाता है जो जानलेवा हो सकता है। प्रयागराज के कोरांव के निवासी सुनील कुमार के दाहिने पैर में परेशानी वर्ष 2011 से थी। पैर में घुटने के नीचे छोटी से गांठ बनी फिर धीरे-धीरे वह विकराल रूप में पहुंच गई। वह चलने में असमर्थ हो गया था।
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