प्रयागराज, अक्टूबर 02 -- उत्तर प्रदेश में प्रयागराज जिले के पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र के स्थित जनका गांव में मंगलवार को कुएं में गिरे युवक का शव करीब 27 घंटे बाद यानि बुधवार को देर रात निकाला जा सका।
देरी पर ग्रामीणों और परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा और वे इलाहाबाद कानपुर सड़क जाम कर हंगामा करने लगे। हालात को देखते हुये वाराणसी से एनडीआरएफ की टीम को बुलाना पड़ा और तब जाकर रेस्क्यू किया जा सका। कौशांबी जिले के रूपनारायण का पूरा गांव निवासी 30 वर्षीय शिवकरन मुंबई में जींस सिलाई का काम करता था। पिता के निधन के बाद पंद्रह दिन पहले ही गांव आया था। मंगलवार को वह भाभी को इलाज कराने के बाद लौट रहा था। इसी दौरान जनका गांव के पास शरीफा की पत्ती तोड़ते वक्त पैर फिसलने से वह कुएं में गिर गया। उसकी भाभी ने शोर मचाया तो गांव वाले जुट गए और गाँव वालों ने इसकी सूचना पुलिस और फायर ब्रिगेड को दी गई।
मौके पर पहुंची पुलिस और फायर बिग्रेड की टीम ने रेस्कयू किया लेकिन सफलता नही मिली फिर बाद में जाकर बुधवार शाम को बनारस से एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया जिसके बाद देर रात तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलता रहा और कुएं में गिरे शिवकरन को 27 घंटे के बाद बाहर निकाला जा सका।
सहायक पुलिस उपायुक्त धूमनगंज अजेंद्र यादव ने बताया कि युवक की मौत कुएं में गिरने से हुई थी। नाराज परिजनों को समझाकर शांत कराया गया। कुआं 110 फीट गहरा था और उसमें गैस भी बन गई थी। रेस्क्यू में इसी के चलते देरी हुई।
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