बैतूल , अक्टूबर 26 -- मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में शनिवार को आयोजित प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत 739 गर्भवती महिलाओं की जांच की गई, जिनमें से 419 महिलाओं को बड़ा जोखिम (हाई रिस्क) के रूप में चिन्हित किया गया। अभियान का उद्देश्य गर्भावस्था के दौरान संभावित जटिलताओं का समय रहते पता लगाकर सुरक्षित एवं संस्थागत प्रसव सुनिश्चित करना है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज कुमार हुरमाड़े ने बताया कि जिला चिकित्सालय सहित सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीमों द्वारा जांच की गई।
जिला चिकित्सालय बैतूल में डॉ. मोनिका सोनी और डॉ. प्रियंका पटैया ने 74 गर्भवती महिलाओं की जांच की, जिनमें से 26 हाई रिस्क पाई गईं, जबकि 91 महिलाओं की सोनोग्राफी की गई।
वहीं भैंसदेही में सर्वाधिक 143 जांचों में 90 हाई रिस्क, प्रभात पट्टन में 118 में 78 हाई रिस्क, घोड़ाडोंगरी में 60 में 44 हाई रिस्क, चिचोली में 55 में सभी हाई रिस्क, तथा शाहपुर में 48 में से 32 हाई रिस्क गर्भवती महिलाएं चिन्हित हुईं। इसके अलावा आठनेर, मुलताई, भीमपुर, आमला और सेहरा केंद्रों पर भी सैकड़ों गर्भवती महिलाओं की जांच की गई।
अभियान के दौरान जिलेभर में कुल 103 सोनोग्राफी, रक्त परीक्षण और जीडीएम जांचें की गईं। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि सभी हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं की नियमित मॉनिटरिंग की जाएगी ताकि उनका प्रसव चिकित्सकीय देखरेख में कराया जा सके। इस अभियान का लक्ष्य मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में प्रभावी कमी लाना है।
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