वाराणसी , नवंबर 28 -- त्तर प्रदेश के वाराणसी में प्रतिबंधित कोडीन युक्त कफ सिरप के अवैध कारोबार के मामले में 11 और लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। यह जानकारी शुक्रवार को सामने आई। शुक्रवार को कोतवाली पुलिस ने बताया कि पहले जो मुकदमा दर्ज किया गया था, उसी मुकदमे में जांच के बाद 11 नाम और जोड़े गए हैं।

ड्रग विभाग की जांच में शुभम जायसवाल और उसके पिता भोला प्रसाद की फर्म 'शैली ट्रेडर्स' से प्रतिबंधित सिरप की खरीद-बिक्री में 11 अन्य फर्मों का नाम सामने आया। इसके बाद कोतवाली थाने में इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज की गई। मामला शुक्रवार को सुर्खियों में आ गया।

जिन 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है, उनमें आमित जायसवाल (श्री हरि फार्मा), विशाल कुमार सोनकर (विश्वनाथ मेडिकल एजेंसी), सचिन पांडे (सोम्या मेडिकल एजेंसी), घनश्याम (श्री राम फार्मा) अभिनव यादव (खाटू फार्मा), बादल आर्य (काल भैरव ट्रेडर्स), सचिन यादव (विंध्यवासिनी ट्रेडर्स)राहुल कुमार जायसवाल (श्याम फार्मा), हिमांशु चतुर्वेदी (वीएसएम फार्मा), पूजा तिवारी (पूर्णा फार्मा) आकाश पाठक (लाइफ केयर) नाम शामिल है।

ड्रग विभाग के अधिकारियों के अनुसार जांच में इन सभी फर्मों से संबंधित दस्तावेज और सबूत मिले हैं। इनके खिलाफ आगे कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

इससे पहले इस मामले में शुभम जायसवाल, उसके पिता भोला प्रसाद और 26 अन्य फर्मों के खिलाफ पहले मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। कई फर्म तो मौके पर मिली ही नहीं। ज्यादातर फर्में बिलिंग प्वाइंट से संचालित की जा रही थीं। इन फर्मों के दस्तावेजों में गंभीर अनियमितताएं पाई गई हैं। कई फर्मों के ड्रग लाइसेंस निरस्त करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।

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