प्रताप गढ़ , नवंबर 20 -- उत्तर प्रदेश के प्रताप गढ़ जिले में गुरुवार कुंडा तहसील क्षेत्र में आयोजित मलिक बिटियन का मेला एकता का संदेश देता है।

अगहन मास तीसरे बृहस्पति वार को लगने वाला बड़ी मालिक बिटियन का मेला और चौथे बृहस्पति वार को होने वाला छोटी बिटियन का मेला पूर्वांचल की धार्मिक पहचान है।

लोक मान्यता के अनुसार प्राचीन काल में पति पत्नी और पुत्री के साथ एक हिंदू परिवार ने मुगल सैनिकों से अपनी अस्मिता बचाने के लिए इस स्थान पर समाधि ली थी तभी से यहां तीन स्थलों पर श्रद्धा का मेला लगताहै। हिंदू महिलाएं तिल गुड़ और चावल चढ़ाती है और मुस्लिम महिलाएं रेवड़ी ,चावल और चादर चढ़ा कर दुआ मांगती है।

इस परंपरा का उल्लेख सन 1918 जिला गजेटियर में भी मिलता है जिससे इस मेले की ऐतिहासिकता की पुष्टि होती है। इस मेले में हिन्दू मुसलमान दोनों संप्रदाय की आस्था है। मेले में राय बरेली ,अमेठी , कौशाम्बी , फतेहपुर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित