नयी दिल्ली , अक्टूबर 30 -- जल शक्ति मंत्रालय ने जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण जल सेवा वितरण में जवाबदेही बढ़ाने तथा जिला स्तर पर मिशन के लिए नेतृत्व को सशक्त बनाने के वास्ते गुरुवार को देशभर के जिला कलेक्टरों के साथ 'पेयजल संवाद'आयोजित किया ।
आधिकारिक सूचना के अनुसार मंत्रालय के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने 'जिला कलेक्टरों का पेयजल संवाद' पर यह दूसरा राष्ट्रीय संवाद आयोजित किया जिसका उद्देश्य स्थानीय शासन को मजबूत करने, स्रोत स्थिरता सुनिश्चित कर नियामक तंत्र को मजबूत करना है।
मंत्रालय का कहना है कि वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित इस आयोजन में 800 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया और राष्ट्रीय जल जीवन मिशन के अपर सचिव एवं मिशन निदेशक कमल किशोर सोन ने इसकी अध्यक्षता की। कार्यक्रम में संयुक्त सचिव स्वाति मीणा नाइक, वरिष्ठ अधिकारियों, देश भर के जिला कलेक्टरों, राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के मिशन निदेशकों और राज्य मिशन टीमों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इसमें 800 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।
आधिकारिक सूचना में कहा गया है कि 'जिला कलेक्टरों का पेयजल संवाद' श्रृंखला, जल जीवन मिशन के अंतर्गत स्थानीय शासन और विकेंद्रीकृत जल प्रबंधन को सुदृढ़ करने के विभाग के सतत प्रयास का एक हिस्सा है। इससे पहले का आयोजन 14 अक्टूबर को आयोजित किया गया जिसका ध्यान डिजिटल उपकरणों, जवाबदेही तंत्रों और सहकर्मी शिक्षण के माध्यम से जिलों और पंचायतों को सशक्त बनाने पर केंद्रित था। दूसरे आयोजन में आज इस संवाद को स्रोत स्थिरता की ओर अग्रसर किया गया जिसमें डेटा-आधारित नियोजन, कानूनी सुरक्षा उपायों और मनरेगा के साथ तालमेल पर प्रकाश डाला गया ताकि ग्रामीण जल शासन का एक जिला-नेतृत्व वाला, समुदाय-आधारित मॉडल तैयार किया जा सके।
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