नैनीताल, अक्टूबर 25 -- कांग्रेस नेता और प्रतिपक्ष के नेता यशपाल आर्य ने पेपर लीक मामले में धामी सरकार को घेरते हुए परीक्षा निरस्त करने और इस प्रकरण की जांच उच्च न्यायालय के सिटिंग जज की निगरानी में केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग की है।

श्री आर्य ने जारी एक बयान में कहा है कि उत्तराखंड में लाखों युवा सरकारी नौकरी के लिये कड़ी मेहनत और कठिन परिश्रम कर रहे हैं लेकिन भर्ती परीक्षाओं में नकल माफियाओं के आगे प्रदेश सरकार बेबस नजर आ रही है।

श्री आर्य ने कहा कि हरिद्वार के आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज, बहादरपुर जट परीक्षा केंद्र में 18 कमरे में से 15 कमरों में जैमर लगे थे। शेष में नहीं। आरोपी जिस कमरा नंबर 9 में बैठा था वहां जैमर नहीं था। अब यह इत्तेफाक था या सोची-समझी साजिश? उन्होंने कहा कि इससे इंगित होता है कि परीक्षा तंत्र में सुराख बहुत गहरे हैं।

श्री आर्य ने आगे कहा कि सरकार द्वारा पेपर लीक कांड की जांच के लिये एसआईटी का गठन किया गया है। जिस प्रकार से नकल प्रकरण में भाजपा से जुड़े लोगों के नाम सामने आ रहे हैं उसे देखते हुए एसआईटी द्वारा निष्पक्ष जांच किये जाने की संभावना बेहद क्षीण है।

उन्होंने मांग की कि हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिये।

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