देहरादून , नवम्बर 17 -- उत्तराखंड के बहुचर्चित पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह के पुत्र और सुरक्षा कर्मी (गनर) ने उनके वाहनों को रास्ता न मिलने पर आगे जा रहे वाहन में सवार सेवानिवृत मुख्य सचिव की पिटाई कर दी। इतना ही नहीं उसके वाहन में टक्कर भी मारने के साथ अपने हथियारों को लहराया। मामले में पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर, गनर को निलबित कर दिया है, जबकि पूर्व विधायक के पुत्र को तीन दिन के अंदर बयान देने के लिए बुलाया है। साथ ही, जिला अधिकारी को शस्त्रों के लाइसेंस निरस्तीकरण की संस्तुति की गई है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अजय सिंह ने सोमवार को बताया कि थाना राजपुर पर बीते 15 नवम्बर को वादी आर. यशोवर्धन ने एक लिखित तहरीर दी कि 14 नवम्बर की रात्रि में दिलाराम चौक से साईं मंदिर की ओर जाते समय पैसिफिक मॉल के पास यूके 07 डीएन 0001 लैंड क्रूजर कार तथा यूके 17 नंबर की बोलेरो कार ने उनसे पास लेने का प्रयास किया लेकिन सड़क पर जगह न होने कारण वह उक्त वाहनों को पास नहीं दे पाए। उन्होंने बताया कि रिपोर्ट के अनुसार, मसूरी डायवर्जन के पास उक्त लैंड क्रूजर कार तथा बोलेरो कार सवार व्यक्तियों द्वारा उनकी कार को ओवरटेक कर रुकवाया गया तथा कार में बैठे व्यक्तियों द्वारा उनके साथ गाली गलौज करते हुए मारपीट की गई तथा जान से मारने की धमकी दी गयी। जिनमे से एक व्यक्ति ने उत्तराखंड पुलिस की वर्दी धारण की हुई थी।

एसएसपी ने बताया कि वादी द्वारा दी गई लिखित तहरीर के आधार पर थाना राजपुर पर मुकदमा संख्या 217/25 धारा 115(2)/ 324 (4)/ 351(3) बीएनएस का अभियोग पंजीकृत किया गया। प्रारंभिक विवेचना में कार सवार व्यक्तियों की पहचान दिव्य प्रताप सिंह तथा कांस्टेबल राजेश सिंह नियुक्ति जनपद हरिद्वार के रूप में हुई। घटना में संलिप्त पुलिस कर्मी के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए जनपद हरिद्वार से पत्राचार किया गया। जिस पर उक्त पुलिस कर्मी को निलंबित किया गया तथा घटना में प्रयुक्त वाहन को पुलिस द्वारा जब्त किया गया है। उन्होंने बताया कि विवेचना के दौरान सीसीटीवी फुटेजों के अवलोकन व प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर अभियोग में धारा 30 आर्म्स एक्ट व धारा 126/352 बीएनएस की बढ़ोतरी की गयी है। साथ ही अभियोग में प्रकाश में आये अभियुक्त के शहर से बाहर होने के कारण उसे तीन दिवस के भीतर बयानों के लिये उपस्थित होने का नोटिस दिया गया है। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त दिव्य प्रताप सिंह के शस्त्र लाइसेन्स निरस्तीकरण/निलंबन को जिलाधिकारी, हरिद्वार को रिपोर्ट प्रेषित की गयी है।

उल्लेखनीय है कि दिव्य प्रताप के पिता कई बार निर्दलीय विधायक के रूप में हरिद्वार जनपद से निर्वाचित होते रहे हैं। उनका हमेशा से विवादों से नाता रहा। वह खुलेआम शस्त्रों के साथ सोशल मीडिया पर प्रदर्शन के अलावा, देहरादून सहित अनेक स्थानों पर राह चलते मारपीट, फायरिंग जैसी घटनाओं के लिए चर्चित रहे हैं। वह पूर्व में शूटिंग में चैंपियन होने के कारण अपने नाम के आगे चैंपियन लिखते हैं।

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