रायपुर , नवंबर 14 -- प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पुत्र चैतन्य बघेल की चल-अचल संपत्तियों को कुर्क किए जाने के बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। कार्रवाई के एक दिन बाद, नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने पूर्व मुख्यमंत्री के समर्थन में बयान जारी करते हुए कहा, "पैतृक संपत्तियों को अटैच करना गलत है" और कांग्रेस पूरी मजबूती के साथ भूपेश बघेल के साथ खड़ी है।

श्री महंत ने शुक्रवार को साेशल मीडिकया एक्स पर लिखा, "मैं भूतपूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे की पैतृक संपत्तियों को अटैच करने की निंदा करता हूँ। बघेल साहस के साथ काम कर रहे हैं और पार्टी पूरी तरह उनके साथ खड़ी है। डरो मत, सहो मत।"श्री महंत के इस बयान को राजनीतिक गलियारों में कांग्रेस की एकजुटता का संकेत माना जा रहा है।

ईडी की ओर से जारी आधिकारिक जानकारी के अनुसार, चैतन्य बघेल से जुड़ी कथित अघोषित और संदिग्ध परिसंपत्तियों को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत जब्त किया गया है। इनमें रायपुर में आवासीय फ्लैट, दुर्ग जिले में एक प्लॉट और कुछ बैंक खाते शामिल हैं, जिनकी अनुमानित कीमत कई करोड़ रुपये बताई गई है। एजेंसी का कहना है कि यह कार्रवाई जारी जांच का हिस्सा है और आगे भी आवश्यक कदम उठाए जा सकते हैं।

दूसरी ओर, पूर्व मुख्यमंत्री ने इस कार्रवाई को "बदले की राजनीति" बताते हुए सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक्स पर व्यंग्यात्मक पोस्ट में लिखा, "सब जब्त कर लो। छत्तीसगढ़ महतारी जब्त, हसदेव जब्त, तमनार जब्त, कोयला जब्त."उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य के महत्वपूर्ण संसाधनों को निजी कंपनियों, खासकर "अडानी को सौंपने की तैयारी" हो रही है।

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