कपूरथला , अक्टूबर 13 -- अंतरराष्ट्रीय आपदा प्रबंधन दिवस के अवसर पर सोमवार को पुष्पा गुजराल साइंस सिटी ने बच्चों की शिक्षा के हर स्तर पर इस विषय को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाने की घोषणा की।

इस संबंध में आयोजित कार्यक्रम के दौरान, जान-माल की हानि को शून्य तक कम करने के लिए आम जनता में जागरूकता बढ़ाने और अग्रिम तैयारियों की आवश्यकता पर बल दिया गया। इस अवसर पर, स्कूली बच्चों के लिए अग्निशमन यंत्रों का उपयोग करके आग पर काबू पाने के तरीके पर एक मॉक ड्रिल का भी प्रदर्शन किया गया।

साइंस सिटी के निदेशक डॉ. राजेश ग्रोवर ने कहा कि आपदायें कभी भी, कहीं भी आ सकती हैं, सबसे ज़रूरी है कि हम हमेशा तैयार रहें और उनका सामना करने के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा कि हाल ही में बाढ़ और आग लगने की अनगिनत घटनायें जागरूकता की नितांत आवश्यकता की पुष्टि करती हैं। उन्होंने युवाओं से आपदाओं का सामना करने के लिए ज्ञानवान और व्यावहारिक रूप से कुशल बनने की अपील की। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश और नदियों के बढ़े जलस्तर के कारण बांधों से छोड़े जा रहे अतिरिक्त पानी ने राज्य को हाई अलर्ट पर रखा है। पंजाब के लगभग सभी जिले इससे प्रभावित हुए हैं, जिसके कारण कई लाख एकड़ कृषि योग्य भूमि बह गई और फसलों को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है।

साइंस सिटी के वैज्ञानिक डॉ मोनीश सोइन ने प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए वनों और झीलों के संरक्षण, नदियों की सफाई और प्राकृतिक प्रवाह को बनाए रखने जैसे प्राकृतिक समाधानों की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि उपरोक्त सभी उपाय आम लोगों को प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

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