भिण्ड , नवम्बर 23 -- मध्यप्रदेश के भिण्ड जिले में पुलिस हिरासत में पांच लोगों की कथित पिटाई मामले में जिला न्यायालय ने पुलिस द्वारा प्रस्तुत मेडिकल रिपोर्ट को अस्वीकार करते हुए पैनल बोर्ड से दोबारा परीक्षण कराने के निर्देश दिए हैं। अदालत ने पांचों आरोपियों को तत्काल जमानत भी दे दी।

फूप थाना क्षेत्र में 21 नवम्बर की शाम विवेक शर्मा और छोटू जाटव के बीच टक्कर के बाद विवाद बढ़ा और सड़क जाम की स्थिति बन गई। सूचना पर पहुंचे सादी वर्दी के जवान राहुल राजावत से भी विवेक पक्ष की बहस हो गई। भीड़ में मौजूद दीपक परमार का मोबाइल वीडियो बनाने के दौरान छीन लिया गया। पुलिस ने दोनों पक्षों पर क्रॉस एफआईआर दर्ज की।

रात में पुलिस विवेक के घर पहुंची और परिवार के कई सदस्यों को थाने ले गई। महिलाओं व बच्चों को छोड़ दिया गया, जबकि विवेक, प्रमोद, अभिषेक, दीपक और सुरेश शर्मा को हवालात में रखा गया। आरोप है कि हवालात में पांचों की बेरहमी से पिटाई की गई, जिसमें प्रमोद और दीपक गंभीर रूप से घायल हुए।

अगले दिन कोर्ट में पेशी के दौरान उनकी हालत देखकर जज ने मेडिकल रिपोर्ट पर आपत्ति जताई। प्रमोद के शरीर पर 11 गंभीर चोटें दर्ज थीं और दोनों चलने की स्थिति में भी नहीं थे। अदालत ने रिपोर्ट खारिज कर पैनल बोर्ड से पुनः मेडिकल कराने के आदेश दिए। कोर्ट परिसर से बाहर निकलते ही प्रमोद सड़क पर गिर पड़ा।

दीपक की पत्नी वसुंधरा देवी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने महिलाओं के साथ भी अभद्र बर्ताव किया और बिना महिला पुलिसकर्मी के उन्हें जबरन वाहन में बैठाने की कोशिश की। बेटी प्रतिमा ने बताया कि पुलिसकर्मियों ने उनसे खींचातानी की और मोबाइल छीनने का प्रयास किया।

फूप एसडीओपी रविन्द्र वास्कले ने कहा कि न्यायालय के निर्देश पर पैनल बोर्ड से पुनः मेडिकल कराया जाएगा। यदि मारपीट या दुर्व्यवहार की शिकायत सही पाई जाती है, तो निष्पक्ष जांच की जाएगी।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित