सीहोर , दिसम्बर 22 -- मध्यप्रदेश में सीहोर जिले के आष्टा तहसील मुख्यालय पर रविवार देर रात दो पक्षों के बीच हुए विवाद के बाद स्थिति उग्र हो गई। मामूली कहासुनी से शुरू हुआ झगड़ा पथराव और मारपीट में बदल गया, जिससे भोपाल-इंदौर राष्ट्रीय राजमार्ग कुछ समय के लिए बंद करना पड़ा। पुलिस ने सवेरे स्थिति पर पूरी तरह नियंत्रण कर लिया।

आष्टा के अलीपुर क्षेत्र में हुए पथराव और हंगामे के मामले में पुलिस ने सख्त रुख अपनाया है। इस पूरे घटनाक्रम में किसी भी पक्ष के सामने न आने पर पुलिस ने स्वयं फरियादी बनते हुए अज्ञात उपद्रवियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला ने बताया कि पुलिस ने स्वतः संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया है और घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों तथा अन्य डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर पत्थरबाजों की पहचान की जा रही है।

रविवार रात करीब 9.30 बजे शुरू हुई कहासुनी के उग्र रूप लेने से पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। हालात बिगड़ते देख कलेक्टर बालागुरु के., पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनीता रावत ने स्वयं मौके पर पहुंचकर कमान संभाली और रात भर स्थिति पर नजर बनाए रखी। उपद्रवियों को खदेड़ने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े और हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सीहोर के साथ-साथ भोपाल और देवास से भी अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया।

वही सोमवार सुबह अलीपुर क्षेत्र का नजारा बदला हुआ था। गलियों में रात के पथराव के निशान जरूर दिखे, लेकिन प्रशासन की सक्रियता से माहौल पूरी तरह शांत और सुरक्षित नजर आया। रात में लगाया गया हाईवे जाम भी देर रात ही खुलवा दिया गया था। प्रशासन की ओर से प्रमुख चौराहों पर वज्र वाहन और भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला ने कहा कि स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में है। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर फैल रही किसी भी भ्रामक खबर या अफवाह पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें।

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