जयपुर, सितम्बर 29 -- राजस्थान में पुलिस और करौली के वनकर्मियों ने वन्यजीव तस्करी के एक बड़े प्रयास को विफल करते हुए तस्करों के चंगुल से एक तेंदुए के शावक को मुक्त करा लिया। करौली के पुलिस अधीक्षक लोकेश सोनवाल ने सोमवार को बताया कि इस कार्रवाई में एक बोलेरो गाड़ी से तेंदुए के शावक को बरामद कर दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि 27 सितम्बर की रात करीब साढ़े 11 बजे करौली पुलिस नियंत्रण कक्ष को एक अज्ञात वाहन में कुछ बदमाशों द्वारा करौली-गंगापुर मार्ग से तेंदुए के शावक को उठाकर ले जाने की सूचना मिली। पुलिस दल ने बिना समय गंवाये आस-पास के थानों और गंगापुरसिटी में तत्काल नाकाबंदी करवाई।
उन्होंने बताया कि पुलिस की सजगता के चलते करीब तीन घण्टे के भीतर देर रात करीब दो बजे गंगापुरसिटी पुलिस ने ताजपुर क्षेत्र से बोलेरो को रोक लिया और उसमें सवार दो आरोपियों समय सिंह जाटव (30) और राजेंद्र मीणा (25) को पकड़ लिया। जबकि बोलेरो में सवार तीन अन्य आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे।
उन्होंने बताया कि जांच में पता चला कि गिरफ्तार आरोपी समयसिंह और राजेन्द्र मीणा ने गोपालपुर गांव के पास रामपुर की पुलिया के पास सड़क किनारे घूम रहे करीब सात महीने के तेंदुए के शावक को तस्करी के उद्देश्य से उठाया था। उन्होंने शावक को ताजपुर ले जाकर एक कमरे में बंद कर दिया था।
पुलिस ने बरामद शावक को सुरक्षित वन विभाग के सहायक वनपाल प्रेमचंद को सुपुर्द कर दिया। शावक की चिकित्सकीय जांच करवाकर अस्थाई रूप से वन विभाग को सौंप दिया गया।
गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की गंभीर धाराओं और तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस फरार तीन अन्य तस्करों की तलाश में जुटी हुई है।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित