फगवाड़ा , अक्टूबर 22 -- पंजाब में नूरमहल के खटीक मोहल्ले में मंगलवार देर रात पुलिसकर्मियों और स्थानीय निवासियों के बीच झड़प के बाद तनाव फैल गया। स्थिति तब और बिगड़ गई जब निवासियों ने आरोप लगाया कि पुलिस अधिकारियों ने देर रात की जाँच के दौरान गरीब परिवारों पर बल प्रयोग किया।
घटना के बाद, सत्ताधारी और विपक्षी दलों समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बुधवार को नूरमहल थाने का घेराव कर धरना दिया और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस प्रशासन पर मनमानी का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। जब किसी वरिष्ठ अधिकारी ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो आंदोलनकारियों ने शहर में विरोध मार्च निकाला और बाद में तलवान चौक पर धरने पर बैठ गए, जिससे स्थानीय यातायात बाधित हो गया।
प्रदर्शनकारियों ने कथित हमले के लिए ज़िम्मेदार पुलिस अधिकारियों को तुरंत निलंबित करने की मांग की। स्थिति तब तनावपूर्ण हो गई जब बहुजन समाज पार्टी (बसपा) नेता जगदीश शेरपुरी की मौके पर मौजूद पुलिस उपाधीक्षक सुखपाल सिंह से तीखी बहस हो गई। बाद में विभिन्न दलों के नेताओं ने डीएसपी नकोदर सुखपाल सिंह के साथ चर्चा की।
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