लखनऊ , अक्टूबर 21 -- पुलिस स्मृति दिवस 2025 के अवसर पर सोमवार को रिजर्व पुलिस लाइन, लखनऊ में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद पुलिसकर्मियों को पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर उन्होने कहा कि पुलिस कर्मी कठिन परिस्थितियों में भी जनता की सुरक्षा, शांति व्यवस्था और कानून के शासन की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। उनका समर्पण और साहस समाज के लिए प्रेरणास्रोत है। समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने एक सितंबर 2024 से 31 अगस्त 2025 के बीच कर्तव्य पालन के दौरान वीरगति प्राप्त करने वाले उत्तर प्रदेश पुलिस के तीन जांबाज जवानों निरीक्षक सुनील कुमार, मुख्य आरक्षी दुर्गेश कुमार सिंह (जौनपुर) और आरक्षी सौरभ कुमार (गौतमबुद्ध नगर) को नमन किया। मुख्यमंत्री ने शहीदों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सम्मानित किया और आश्वस्त किया कि राज्य सरकार शहीद परिवारों के साथ हर कदम पर खड़ी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश पुलिस के इन वीर सपूतों के बलिदान से उत्तर प्रदेश पुलिस ने चुनौतियों का डटकर सामना करते हुए विश्व के सबसे बड़े और सशक्त पुलिस बल के रूप में अपनी पहचान स्थापित की है। शहीद स्मारक हमारे उन जांबाजों की याद दिलाता है जिन्होंने कर्तव्य और राष्ट्र की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। उनका त्याग नई पीढ़ी को सदैव प्रेरणा देता रहेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जनप्रतिनिधियों, पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने शहीद स्मारक पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। 'शोक शस्त्र' की कमांड के बाद पूरे मैदान में दो मिनट का मौन रखा गया। इसके उपरांत 'सलामी शस्त्र' की कार्यवाही के दौरान पूरा परिसर देशभक्ति के भावों से गूंज उठा।
समारोह की शुरुआत परेड कमांडर द्वारा मुख्यमंत्री को सलामी देने के साथ हुई। नारी शक्ति के प्रतिनिधित्व के रूप में पुलिस उपाधीक्षक (अभिसूचना मुख्यालय) आभा पांडेय ने शोक पुस्तिका वाहक के रूप में मुख्यमंत्री को शोक पुस्तिका भेंट की। पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण ने वीरगति प्राप्त शहीदों के जीवन परिचय और उनके अदम्य साहस की जानकारी दी।
समारोह में पुलिस बैंड द्वारा बजाई गई धुनों ने वातावरण को और अधिक भावुक बना दिया। उपस्थित जनसमूह ने मौन श्रद्धांजलि देते हुए शहीदों के परिजनों के प्रति सम्मान व्यक्त किया।
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