पुरी , दिसंबर 24 -- प्रसिद्ध रेत कलाकार और पद्म श्री पुरस्कार प्राप्त सुदर्शन पट्टनायक ने ओडिशा में विश्चप्रसिद्ध पुरी के नीलाद्रि तट पर दुनिया की सबसे बड़ी सेब और रेत से बनी सांता क्लॉज की मूर्ति बनाई है।

भव्य मूर्ति में "विश्व शांति" का प्रेरणादायक संदेश दिया गया है। इसके साथ ही "मेरी क्रिसमस" की उत्सवी शुभकामनाएं भी हैं।

यह विशाल कलाकृति 1.5 टन सेबों को रेत के साथ मिलाकर बनाई गई है, जो प्राकृतिक सामग्रियों और रचनात्मक अभिव्यक्ति का अनोखा मिश्रण है। इस स्थापत्य की लंबाई 60 फीट, ऊंचाई 22 फीट और चौड़ाई 45 फीट है। क्रिसमस मनाने आए पर्यटकों और आगंतुकों की भारी भीड़ ने इसे देखा और सराहना की।

श्री पट्टनायक ने अपने सैंड आर्ट इंस्टीट्यूट के 30 छात्रों की मदद से यह मूर्ति बनाई है। यह अवसर पुरी सैंड आर्ट फेस्टिवल के 22वें संस्करण का है, जो बुधवार से शुरू होकर 1 जनवरी तक चलेगा।

उत्सव का उद्घाटन "मिटू चाई" के नाम से लोकप्रिय पुरी बीच के प्रसिद्ध स्थानीय चाय विक्रेता पूर्णचंद्र साहू ने किया।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित