, Dec. 10 -- ..... ......श्री शाह ने कहा कि मतदान के सीसीटीवी फुटेज 45 दिनों बाद इसलिए डिलीट कर दिये जाते हैं, क्योंकि 45 दिनों के बाद किसी चुनाव के संबंध में कोई याचिका दाखिल नहीं की जा सकती। पूरे देश में बहुत बड़ी संख्या में मतदान के सीसीटीवी फुटेज होते हैं, यदि सभी के फुटेज रखे जायें और हर कोई मांगने लगे तो, उन्हें दे पाना कैसे संभव हो सकेगा।
उन्होंने कहा कि विपक्ष के अन्य मुद्दे तो गौण हैं, मूल मुद्दा अवैध मतदाताओं को मतदाता सूची में बनाये रखना है। इस पर कांग्रेस सदस्यों ने कड़ा विरोध जताया और वे सदन से बहिर्गमन कर गये।
श्री शाह ने कहा कि उनकी सरकार की मंशा घुसपैठियों का पता लगाना, उन्हें मतदाता सूची से हटाना और उन्हें देश से बाहर भेजना है। उन्होंने कहा कि जनसांख्यिकी में परिवर्तन बहुत बड़ा खतरा है। घुसपैठ को रोकना बहुत जरूरी है। देश एक बार धर्म के आधार पर बंट चुका है, भविष्य में ऐसी नौबत न आये, इसलिए घुसपैठ पर रोक लगाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार सीमा पर बाड़ लगाने में सहयोग नहीं कर रही है, इसलिए घुसपैठ होती है। घुसपैठिये जिन गांवों में आते हैं, वहां के ग्राम प्रधान, पटवारी और संबंधित थाने में इसकी जानकारी हो जाती है, लेकिन कोई कार्रवाई क्यों नहीं होती। इसका जवाब दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि अनेक संस्थाओं में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विचारधारा के लोग बैठा दिये गये हैं, लेकिन इसमें बुराई क्या है। देश के प्रधानमंत्री संघ की विचारधारा के हैं, गृह मंत्री संघ की विचारधारा के हैं।
श्री शाह ने कहा कि कांग्रेस सर्जिकल स्ट्राइक का विरोध, एयर स्ट्राइक का विरोध, राममंदिर का विरोध और तीन तलाक की प्रथा को हटाने का विरोध करने के कारण चुनाव हारती है। अब वह एक राष्ट्र,एक चुनाव का विरोध करेगी तो भी चुनाव हारेगी।
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